वॉशिंगटन । इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के बाद अब दु‎निया में हेट क्राइम बढ़ने लगा है। इसकी वजह से कई देशों में हिंसा सामने आई है। जानकारी ‎मिली है ‎कि अमेरिका के शिकागो में इजरायल-हमास युद्ध से पनपे हेट क्राइम की वजह से 6 साल के बच्चे को जान गंवानी पड़ी। यहां 71 साल के एक शख्स ने 6 साल के बच्चे पर चाकू से 26 वार किए। इतना ही नहीं बच्चे की 32 साल की मां पर भी दर्जनों बार चाकू से वार किए। महिला की जान बच गई लेकिन बच्चे की मौत हो गई। पुलिस ने दावा किया है कि बुजुर्ग ने इस्लाम से घृणा की वजह से बच्चे और महिला पर हमला किया। इजरायल और हमास के युद्ध के बाद वह बेहद गुस्से में था। घटना शनिवार सुबह की बताई जा रही है। साउथवेस्ट शिकागो के प्लेनफील्ड टाउनशिप में ही आरोपी का ऑफिस है। वहीं पास में बच्चा अपनी मां के साथ रहता था। बच्चे की बहचान वादिया अल फायूम के तौर पर हुई है जो कि एक फिलिस्तीनी-अमेरीकी है। चाकू से हुए हमले में बुरी तरह घायल होने के बाद बच्चे को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। वहीं महिला की जान बच गई है। 
पु‎लिस ने बताया ‎कि आरोपी ने जब हमला किया तो महिला ने उसे रोकने का पूरा प्रयास किया। उसके साथ लड़ते हुए महिला ने 911 पर फोन भी किया। हालांकि जब तक पुलिस पहुंचती बच्चा और महिला दोनों बुरी तरह घायल हो चुके थे। पुलिस दोनों को तुरंत अस्पताल ले गई लेकिन बच्चे की जान नहीं बचाई जा सकी। बच्चे के सीने और गर्दन पर गहरे घाव हो गए थे और वह खुन से लथपथ था। हत्या में सेना में इस्तेमाल होने वाले चाकू का इस्तेमाल किया गया था। बच्चे के पेट से सात इंच की ब्लेड निकाली गई है। पुलिस पहुंची तो देखा आरोपी भी घर के बाहरी इलाके में ही बैठा था। उसके भी सिर पर चोट लगी थी। उसपर फर्स्ट डिग्री मर्डर का चार्ज लगाया गया है। 
इस तरह से इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका में हेट क्राइम की घटनाएँ बढ़ रही हैं। आरोपी के मोबाइल फोन से भी पता चलता है कि वह मुस्लिमों से बहुत घृणा करता था। मुस्लिम बच्चे की हत्या को लेकर वाइट हाउस ने बयान जारी कर दुख जताया है। बयान में कहा गया है, इस तरह का हेट क्राइम हमारी वैल्यूज के खिलाफ है अमेरिका में इसके लिए कोई जगह नहीं है। बाइडेन ने कहा कि सभी अमेरि‎कियों को साथ आकर इस्लामोफोबिया से निपटना होगा। मैं बार-बार कह चुका हूं कि कि हम हेट क्राइम के खिलाफ शांत नहीं रह सकते। अमेरिका में किसी के भी खिलाफ घृणा को जगह नहीं दी जा सकती।