मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा महेश्वर में नदी पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रोटोटाइप नाव का सफल परीक्षण
महेश्वर, दिनांक: 25 दिसंबर 2025
मध्य प्रदेश पर्यटन के प्रमुख सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला के मार्गदर्शन में आज महेश्वर में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। यहां 30 नई नावों का उन्नयन्यूनीकरण कराया जाना है, जिसके प्रथम चरण में आज एक प्रोटोटाइप नाव का सफल परीक्षण किया गया यह परियोजना महेश्वर के पर्यटन को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी।" यह परियोजना कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत संचालित की जा रही है और 28 फरवरी, 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है।
इस महत्वपूर्ण परीक्षण का नेतृत्व एमपीटीबी की अपर प्रबंध संचालक, श्रीमती बिदिशा मुखर्जी ने किया। उनके साथ श्री एस.के. श्रीवास्तव, संयुक्त निदेशक, पर्यटन बोर्ड, कमांडर निगम, तकनीकी सलाहकार, पर्यटन निगम, श्री ब्रजमोहन विश्वकर्मा, परियोजना सहा०, पर्यटन बोर्ड, जिला प्रशासन से श्री नीरज अमझरे, नोडल पर्यटन अधिकारी और श्री पंकज जी, नायब तहसीलदार भी उपस्थित थे।
श्रीमती बिदिशा मुखर्जी ने रिबन काटकर प्रोटोटाइप नाव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, " प्रमुख सचिव महोदय के निर्देश अनुसार यह प्रोटोटाइप नाव महेश्वर के पर्यटन को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी। हमारी योजना महेश्वर में कुल 30 नावों का उन्नयन करने की है। इन नावों में 9.9 HP 4 स्ट्रोक यामाहा OBM लगाए जाएंगे। यह परियोजना कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत संचालित की जा रही है और 28 फरवरी, 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है।"
श्री एस.के. श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा, "यह परियोजना पर्यटकों को एक बेहतर नदी यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी और महेश्वर के पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।"
कमांडर निगम ने बताया कि "प्रोटोटाइप नाव का निर्माण नवीनतम तकनीक का उपयोग करते हुए किया गया है, जो इसे सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाता है।"
श्री ब्रजमोहन विश्वकर्मा ने बताया कि "परियोजना के सफल क्रियान्वयन के लिए हमारी टीम दिन-रात कार्य कर रही है और हम समय पर परियोजना को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
श्री नीरज अमझरे ने कहा कि "जिला प्रशासन इस परियोजना का पूरा समर्थन करता है। यह परियोजना न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।"
इस परियोजना से न केवल महेश्वर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। यह परियोजना मध्य प्रदेश सरकार की पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।