रतलाम  ।  मध्यप्रदेश के रतलाम में एक दुल्हन ने MP सरकार को ही चुना लगा दिया। दुल्हन ने जो किया, वो पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे। सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र तक पहुंचे या नहीं, लेकिन कुछ लोग गलत जानकारी देकर पूरा लाभ ले रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बाजना विकासखंड से सामने आने के बाद सामाजिक न्याय विभाग जांच कर रहा है और स्थानीय अमले से रिपोर्ट तलब की है। दरअसल, एक विवाहित परिवार ने बेटी होने के बाद पहले तो लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ ले लिया, फिर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में अविवाहित होने की जानकारी देकर निकाह कर लिया और सरकार से मिलने वाली कन्यादान की 48 हजार की राशि भी प्राप्त कर ली। रतलाम जिले के बाजना विकासखंड में एक महिला ने निकाह के बाद मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ ले लिया। जब इस योजना का लाभ लिया गया, तब एक बेटी हो चुकी थी, जिसको लाडली लक्ष्मी योजना में लाभ दिला दिया गया। जिस महिला को लाभ दिया गया, उसके बैंक खाते में बकायदा 48 हजार रुपए शासन ने दे दिए। मामला उजागर होने के बाद अब हडक़ंप है व मामले की जांच सामाजिक न्याय विभाग की उपसंचालक संध्या शर्मा को कलेक्टर ने सौंपी है।

इस तरह योजना का लाभ लेने का फेर

जांचकर्ताओं के मुताबिक, बाजना के सिंधी मोहल्ला निवासी सिमरन ने 2016 में सद्दाम उर्फ शाहरुख से निकाह किया था। इसके बाद एक बेटी आयत बी का जन्म हुआ। नियम अनुसार सिमरन व सद्दाम ने लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ नियम 693 में क्रमांक 124801-5421 पर 22 दिसंबर 2017 को लिया। यहां तक तो सब ठीक रहा, लेकिन 27 जून 2019 में सिमरन ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में शासन को गलत जानकारी दी व स्वयं को अविवाहित बताया। इसके बाद वर्ष 2019 में फिर से सद्दाम से ही निकाह कर लिया।

बैंक खाते में जमा हुई 48 हजार की राशि

2019 में बाजना में हुए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में सिमरन ने सद्दाम से निकाह किया व अपने बाजना स्थित बैंक ऑफ इंडिया के खाता नंबर 3906839195 में 48 हजार रुपए भी शासन की योजना में लाभ के रुप में पा लिए। पूरा मामला सामने आने के बाद से बाजना जनपद में हडक़ंप है। बताया जा रहा है कि इस एक मामले के अलावा भी अन्य मामले इसी जनपद में विवाहितों के फिर से विवाह कराने के सामने आ सकते है। बताते हैं कि असल में लक्ष्य पूरा करने के लिए यह हुआ है।

जांच शुरू कर दी

यह बेदह गंभीर मामला है, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। जांच के लिए बाजना जनपद के मुख्य कार्यापालन अधिकारी को एक पखवाड़े में रिपोर्ट देने को कहा है। इसके बाद गुणदोष के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

 संध्या शर्मा, उपसंचालक सामाजिक न्याय रतलाम