महंगाई के मोर्चे पर आम लोगों को डबल राहत मिली है. शुक्रवार को रिटेल इंफ्लेशन में लोगों को राहत मिली थी और डेढ़ साल के निचले स्तर पर आ गई थी. सोमवार को थोक महंगाई के डाटा सामने आ गया है और वो जीरो से नीचे रहते हुए तीन साल के लोअर लेवल पर आ गया है. कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार देश में थोक महंगाई मार्च के 1.34 फीसदी के मुकाबले अप्रैल में घटकर जीरो से भी नीचे -0.92 प्रतिशत पर आ गई है. रॉयटर्स के सर्वे में 0.2 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया गया था. अप्रैल लगातार 11वां महीना है जब थोक महंगाई में गिरावट आई है.

सरकार ने बयान में कहा कि कच्चे तेल की कीमत, एनर्जी की कीमत, नॉन फूड और खपत्फूाने के सामान की कीमत में गिरावट की वजह से थोक महंगाई में कमी देखने को मिली है. प्राइमरी प्रोडक्ट्स इंफ्लेशन मार्च के महीने में 2.40 फीसदी थी जो घटकर अप्रैल में 1.60 प्रतिशत हो गई है. फ्यूल और बिजली की महंगाई मार्च में 8.96 प्रतिशत और फरवरी में 13.96 प्रतिशत से घटकर अप्रैल में 0.93 प्रतिशत हो गई. मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई मार्च में -0.77 प्रतिशत और फरवरी में 1.94 प्रतिशत से घटकर अप्रैल में -2.42 प्रतिशत हो गई.