सामान्य रूप से ये हार्ट के रोगियों के लिए पपीते का सेवन फायदेमंद है। और आपको अगर घबराहट महसूस हो रही है और आपकी हार्टबीट अनियंत्रित है, तो आपको पपीते के सेवन से बचना चाहिए। इसमें साइनोजेनिक ग्लाइकोसाइड अमीनो एसिड होता है, जो आपके लिए परेशानी को बढ़ा सकता है। हालांकि अगर आपको किडनी में स्टोन की समस्या है, तो भी आपको पपीता खाने से पर​हेज करना चाहिए। ऐसे में पपीते का सेवन करने से कैल्शियम ऑक्सलेट उत्पन्न हो सकता है, जो आपकी ​पथरी की समस्या को बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में ​पथरी का आकार भी बढ़ सकता है। इसलिए किडनी स्टोन के दौरान पपीते के सेवन से बचें। एलर्जी की शिकायत जिन लोगों को है, उन्हें भी पपीता न खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें चिटिनेज नामक एंजाइम होता है। ये एंजाइम लेटेक्स पर रिएक्शन कर सकता है। इसके कारण आपके लिए परेशानी बढ़ सकती है। 

प्रेग्नेंट महिलाओं को भी पपीते के सेवन से बचना चाहिए। पपीते में लेटक्स होता है, जो गर्भाशय के संकुचन का कारण बन सकता है। इसके कारण प्री मैच्योर डिलीवरी के चांसेज काफी बढ़ जाते हैं। वहीं इसकी गर्म तासीर कई बार मिसकैरेज की वजह भी बन सकती है। हरा पपीता, पके पपीते की तुलना में ज्यादा खतरनाक है। डायबिटीज के मरीजों के लिए पपीता काफी फायदेमंद होता है। लेकिन अगर आपके शरीर में शुगर लेवल कम है, तो आपको इसके सेवन से बचना चाहिए। ऐसे में आपकी समस्या बढ़ सकती है।