नई दिल्ली । मोदी सरकार ने महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए महिला सम्मान बचत पत्र 2023 के नाम से डाकघर द्वारा संचालित नई सेविंग स्कीम की शुरुआत एक अप्रैल 2023 से की है। इस स्कीम का ऐलान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण मे किया था। इस योजना में निवेश निर्धारित समय तक ही किया जा सकता है। देश की महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने नई दिल्ली में संसद मार्ग स्थित मुख्य डाकघर में पहुंचकर अपना महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र खाता खुलवाया। 
ईरानी ने डाकघर में एक आम नागरिक की तरह पहुंचकर सरकारी स्कीम का खाता खुलवाया। वहां बाकायदा लाइन में लगाकर काउंटर पर पहुंची और सभी औपचारिकताएं पूरी की। खाता खुलने के बाद उन्हें ऑपरेटर की ओर से कम्प्यूटर जनित रसीद भी दी गई। खाता खुलवाने के बाद उन्होंने कहा कि महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र पीएम नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तीकरण के दृष्टिकोण से एक अनूठी पहल है। स्मृति ईरानी ने महिलाओं और लड़कियों से सरकारी योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की। स्मृति ईरानी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर खाता खुलवाने के दौरान की तस्वीरें टवीट की हैं।  
महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र योजना के लिए किसी भी डाकघर में आसानी से खाता खुलवाया जा सकता है। इस स्कीम में दो साल में दो लाख रुपये अधिकतम जमा के साथ आंशिक निकासी की भी सुविधा भी उपलब्ध है। इसमें 7.5 फीसदी की दर से त्रैमासिक चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है।  इस स्कीम में निवेश पर मैच्योरिटी पीरियड 2 वर्ष का है, जबकि आप महज 1000 रुपये के न्यूनतम निवेश के साथ अकाउंट ओपन करा सकते हैं। मैच्योरिटी पीरियड से पहले निकासी की सुविधा भी इस स्कीम में दी जाती है। 
यह सरकारी योजना वन टाइम निवेश स्‍कीम है। यानी ये एक तरह से फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट की तरह है। इसमें किसी भी उम्र की लड़की या महिला निवेश कर सकती है। हालांकि निवेश की सीमा 2 लाख रुपये ही है, यानी स्‍कीम में 2 लाख रुपये से ज्यादा की राशि इनवेस्‍ट नहीं की जा सकती है। यह योजना 31 मार्च 2025 तक के लिए चालू है। मतलब इस तिथि तक आप अगर इसमें अकाउंट खुलवाकर निवेश करते हैं, जो इस योजना के फायदों का लाभ लिया जा सकता है।