आने वाले त्योहारी मौसम में भारतीय बैंकों को जमा में कमी का सामना करना पड़ सकता है। पहले से ही नकदी की तंगी और बढ़ते कर्ज के बीच इन बैंकों को कड़ी प्रतिस्पर्धा के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। त्योहारों में अचानक बैंकों से ज्यादा रकम निकलती है क्योंकि बड़े पैमाने पर ग्राहक इस दौरान खरीदी करते हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में 40 महीनों में पहली बार भारतीय बैंकिंग सिस्टम में तरलता की कमी आई है।रिपोर्ट के अनुसार, त्योहारी मौसम में जैसे-जैसे तेजी आएगी, तरलता और भी कम होती जाएगी। इसके अलावा इस दौरान लोग बहुत अधिक नकदी भी रखते हैं। इससे तरलता और घटेगी। एलएंडटी फाइनेंशियल की मुख्य अर्थशास्त्री रूपा रेगे निस्तुरे ने कहा कि सिस्टम में अतिरिक्त तरलता के कारण बैंक जमा दरों को बढ़ाने में पीछे हो गए हैं। इसलिए बैंकों को अब जमा पर ब्याज बढ़ाना होगा। बैंक थोक जमाओं पर ज्यादा निर्भर रहते हैं और यह उनके लिए खराब है।