नई दिल्ली । भारत की 8 दिवसीय यात्रा पर आए मॉरीशस के पीएम प्रविंद जगन्नाथ ने भारत को दुनिया का फार्मेसी बताया है। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान आयुर्वेदिक दवाएं भेजने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आगे बताया कि मॉरीशस में आयुष की प्रथा लोकप्रिय है। हमने इस धारणा को अपनाया है कि पारंपरिक दवाएं आधुनिक दवाओं का पूरक हैं। गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मॉरीशस के पीएम जगन्नाथ ने कहा है कि आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात है। भारत पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों के लिए पहली बार वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन-ग्लोबल सेंटर की मेजबानी करके पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों से उत्पन्न होने वाली चिकित्सा की अपनी आधिकारिक मान्यता का प्रदर्शन कर रहा है। मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि दुनिया की 80 प्रतिशत आबादी विभिन्न मूल की पारंपरिक चिकित्सा का उपयोग करती है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक चिकित्सा, उपचार और प्रथाओं के ज्ञान का न केवल सम्मान किया जाना चाहिए, बल्कि इसे संरक्षित और प्रचारित भी किया जाना चाहिए। मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि दुनिया की 80 प्रतिशत आबादी विभिन्न मूल की पारंपरिक चिकित्सा का उपयोग करती है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक चिकित्सा, उपचार और प्रथाओं के ज्ञान का न केवल सम्मान किया जाना चाहिए, बल्कि इसे संरक्षित और प्रचारित भी किया जाना चाहिए।