भोपाल ।  कांग्रेस की कमल नाथ सरकार के कार्यकाल में कर्ज माफी योजना के कारण जो किसान डिफाल्टर हो गए थे, उनके ऋण का ब्याज शिवराज सरकार भरेगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही। चौहान ने मंगलवार को भारतीय किसान संघ द्वारा आयोजित प्रदर्शन स्थल पर जाकर किसानों के बीच यह घोषणा की। मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय प्रांगण में किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान की सहमति से ही उसकी जमीन का अधिग्रहण किया जा सकेगा। किसानों की मांगों का निपटारा करते हुए चौहान ने कहा कि किसान पम्प योजना का अनुदान अगले बजट में आ जाएगा। गन्ना किसानों का बकाया मिल मालिकों से बात कर वापस कराएंगे। जले हुए ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द बदलवाएंगे। नहरों की मरम्मत कर टेल एंड तक व्यवस्थित पानी पहुंचाएंगे। ओवरलोड ट्रांसफार्मर के साथ अतिरिक्त ट्रांसफार्मर रखने की व्यवस्था करेंगे। पीएम किसान सम्मान निधि, और मुख्यमंत्री किसान कल्याण निधि योजना में बचे हुए किसानों के नाम जोड़ेंगे। राजस्व के और बिजली बिल निराकरण के शिविर लगाए जायेंगे । जमीन क्रय करने के बाद शीघ्र नामांतरण की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे ।

खरीदी केंद्र पर तुलाई जल्दी पूरी करने के लिए बड़ेे तौल कांटे लगाए जाएंगे

रेवेन्यू की जमीन पर पुराने कब्जे है, वर्षो से खेती कर रहे है उन्हे पट्टे देने का काम करेंगे। आज आपके बीच आया हूं क्योंकि किसान आए हैं और मामा उनके बीच ना आए, ये हो ही नही सकता। किसान भाइयों और बहनों की समस्याओं को समझना हमारा कर्तव्य है। ऐसा थोड़ी है कि किसान यहां नारे लगाते रहे, मैं और कहीं निकल जाऊं इसलिए मैंने तय किया कि पहले मैं किसान भाइयों और बहनों के बीच जाऊंगा। आपके बीच में आया हूं तो आप के प्रति प्रेम और श्रद्धा मन में रख कर आया हूं और इस भाव के साथ आया हूं कि जो भी जायज समस्या किसान भाइयों की होगी। मुख्यमंत्री के पहुंचने से पूर्व भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय महामंत्री मोहनी मोहन मिश्र ने कहा कि सरकारें किसान को लाचार और कमजोर समझने की भूल न करें। कोरोना जैसी महामारी में अपने जीवन को दांव पर लगाकर पूरे देश का पेट भरने वाले किसान यदि नाराज हो जाएंगे तो अच्छा नहीं रहेगा। इस मौके पर प्रदेशभर के जिलों से हजारों किसान पहुंचे थे। इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष कमल सिंह आंजना, प्रदेश महामंत्री चंद्रकांत गौर समेत अन्य राष्ट्रीय महामंत्री, उपाध्यक्ष, पदाधिकारी और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। किसान नेताओं ने 19 दिसम्बर को दिल्ली में होने वाली भारतीय किसान संघ की गर्जना रैली में किसानों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है। किसान संघ के प्रदेशाध्यक्ष कमल सिंह अंजना ने कहा कि पुलिग एक्ट के नाम पर किसानों की जमीन छीनी जा रही हैं जो कि गलत हैं सरकार को ऐसे सभी प्राधिकरण भंग करने चाहिए।