टीम इंडिया में 2 ऐसे धाकड़ खिलाड़ी हैं, जो 'हिटमैन' रोहित शर्मा से भी ज्यादा खतरनाक हैं और बहुत जल्द उनकी जगह टीम इंडिया के परमानेंट ओपनर बन सकते हैं. भारतीय क्रिकेट टीम में लगातार कॉम्पिटिशन बढ़ रहा है, जिससे जल्द ही रोहित शर्मा की ओपनिंग में जगह छिन सकती है. 2023 वर्ल्ड कप के बाद रोहित शर्मा के टीम इंडिया में बने रहने पर बड़ा फैसला हो सकता है. 2023 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया को ऐसे ओपनिंग बल्लेबाजों की तलाश होगी, जो रोहित शर्मा से भी बेहद खतरनाक हैं. आइए एक नजर डालते हैं, ऐसे ही 2 ओपनिंग बल्लेबाजों पर:

1. ऋषभ पंत

जिस तरह रोहित शर्मा को मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज से ओपनर बनाया गया, ठीक उसी तरह ऋषभ पंत को भी टीम इंडिया का ओपनर बनाया जा सकता है. टीम इंडिया को इससे सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि ऋषभ पंत बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जो ओपनिंग में किसी भी विरोधी टीम के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं. ऋषभ पंत टीम इंडिया के ओपनर बन गए तो लंबे समय तक वह इस जगह पर तूफान मचा सकते हैं. ऋषभ पंत कप्तानी में भी माहिर हैं. ऋषभ पंत में भी धोनी जैसा ही दम नजर आता है. बता दें कि जब 2007 में धोनी को टीम इंडिया की कप्तानी सौंपी गई थी तो वो उपयोग भी बेहतर साबित हुआ था. धोनी की ही कप्तानी में भारत ने दो वर्ल्ड कप और एक चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था. ये बात सभी जानते हैं कि एक विकेटकीपर मैदान पर किसी भी खिलाड़ी से ज्यादा गेम को समझता है, ऐसे में पंत को धोनी की ही तरह यूज किया जा सकता है.

2. ईशान किशन

टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी ईशान किशन ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग में भी माहिर हैं. ये प्लेयर क्रीज पर आते ही बड़े से बड़े गेंदबाज की धज्जियां उड़ानी शुरू कर देता है. ये प्लेयर कुछ ही गेंदों में मैच का रुख बदल देता है. ईशान किशन टीम इंडिया में एक विकेटकीपर का भी ऑप्शन देते हैं, जो टीम इंडिया के लिए सबसे अच्छी बात है. आईपीएल में इस खिलाड़ी ने शानदार खेल का नमूना पेश किया है. ईशान किशन ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से दर्शकों का दिल जीता है. ईशान किशन जब क्रीज पर उतरते हैं, तो बल्ले से तबाही मचाकर रख देते हैं. ईशान किशन के कोच ने एक इंटरव्यू देते हुए कहा था कि ईशान किशन छोटे कद के बाद भी कितनी ताकत से शॉट लगाते हैं. ईशान किशन नेट पर पांच से छह सौ गेंद का सामना करते हैं और इसमें से 200 गेंदों पर पावर हिटिंग का प्रयास करते हैं. ईशान ने जब झारखंड का प्रतिनिधित्व करना शुरू किया तब धोनी ने भी उनकी प्रतिभा का लोहा माना था.