अगर आप कम पैसे में अपना काम शुरु करना चाहते हें तो इसके लिए पापड़ बनाने की इकाई स्थापित करें। इस कारोबार के लिए केन्द्र सरकार की मुद्रा योजना के तहत सस्ती ब्याज दरों पर ऋण मिलेगा। पापड़ बनाने का कारोबार में कम से कम छह लाख की जरुरत होती है जिसमें से दो  लाख रुपये तक आपको लगाने होंगे बाकि की रकम आपको सरकारी योजना के तहत मिलेगी। राष्ट्रीय लघु उघोग निगम ने इसके लिए एक योजना बनायी है जिसमें कारोबार शुरु कर रहे लोगों को मुद्रा स्कीम के तहत अधिकतम चार लाख रुपये का ऋण सस्ती ब्याज दरों पर मिलेगा। सरकार की मुद्रा योजना के तहत आपको 4 लाख रुपये की रकम के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत किसी भी बैंक में आवेदन करना होगा। इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा, जिसमें कई प्रकार की जानकारियां मांगी जाएंगी। इसमें किसी तरह की प्रोसेसिंग फीस या गारंटी फीस भी नहीं देनी होती। ऋण की रकम आप पांच साल में सस्ती ब्याज दरों पर लौटा सकते हैं। 

उत्पादन इकाई के लिए छह लाख रुपये की जरुरत 
6 लाख रुपये के कुल निवेश से करीब 30 हजार किलोग्राम की उत्पादन इकाई तैयार हो जाएगी। इस कारोबार को शुरू करने के लिए आपको 6 लाख रुपये तक की राशि चाहिये कुल खर्च में फिक्स्ड कैपिटल और वर्किंग कैपिटल का खर्च शामिल है। फिक्स्ड कैपिटल में दो मशीन, पैकेजिंग मशीन इक्विपमेंट जैसे तमाम खर्च शामिल हैं। वहीं वर्किंग कैपिटल में स्टाफ का वेतन , कच्चा माल और उपयोगिता उत्पाद का खर्च शामिल है! इसके अलावा इसमें किराया, बिजली, पानी, टेलीफोन का बिल जैसे खर्च भी शामिल हैं!

इन मशीनों की रहेगी जरुरत 
पापड़ बनाने के बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको स्विफ्टर, दो मिक्सर, प्लेटफॉर्म बैलेंस, इलेक्ट्रिकली ऑपरेटेड ओवन, मार्बल टेबल टॉप, चकला बेलन, एल्युमीनियम के बर्तन और रैक्स जैसी मशीनरी की जरूरत होगी।
पापड़ बनाने के कारोबार के लिए तकरीबन 250 वर्ग फुट की जगह की जरूरत होगी। अगर आपके पास अपनी जमीन नहीं है तो आप किराये पर भी ले सकते हैं। मैनपावर में तीन अनस्किल्ड लेबर, दो स्किल्ड लेबर और एक सुपरवाइजर की जरूरत होगी। इन सब के वेतन पर करीब 25,000 रुपये खर्च होगा जो वर्किंग कैपिटल में जोड़ा गया है।
बाजार में है भारी मांग 
पापड़ बनने के बाद इसे थोक में बेचना होगा। इसके लिए छोटे किराना स्टोर और सुपर मार्केट और बड़े रिटेलर से संपर्क बनाकर इसकी सेल बढ़ाई जा सकती है। एक अनुमान के अनुसार पापड़ के कारोबार में मुनाफा निवेश राशि का पांचवा हिस्सा होता है। यदि आप 5 लाख रु लगाएं तो हर महीने आपको 1 लाख रु कमाई हो सकती है।