रीवा में नवनिर्वाचित जनपद उपाध्यक्ष का विजय का जुलूस उस वक्त मातम में तब्दील हो गया जब उपाध्यक्ष के पुत्र ने मौत को गले लगा लिया। इस घटना की खबर लगते ही मौके पर पहुंचे परिजन सहित ग्रामीणों ने जब फंदे पर लटके उपाध्यक्ष के पुत्र को नीचे उतारा तब तक उसकी मौत हो चुकी थी जिसके बाद खुशियां मातम में बदल गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जानकारी जुटाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेज दिया और मामले की पड़ताल शुरु कर दी है।यह पूरा मामला रीवा के चोरहटा थाना क्षेत्र स्थित बैजनाथ गांव का है। हाल ही में सम्पन्न हुए रीवा जनपद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में सुनीता द्विवेदी उपाध्यक्ष चुनी गई थीं। सुनीता के जीत को लेकर जहां परिवार सहित गांव में जश्न का माहौल था, वहीं सोमवार को गांव में जब विजय जुलूस निकल रहा था तभी सुनीता के 17 वर्षीय पुत्र आशीष उर्फ छोटू द्विवेदी ने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली।

जनपद उपाध्यक्ष का पुत्र पेंटियम प्वाइंट कालेज का छात्र था। घटना के वक्त घर में आशीष और उसके दादा मौजूद थे जबकि अन्य सभी सदस्य जुलूस में शामिल थे। हांलाकि छात्र के द्वारा उठाए गए आत्मघाती कदम का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है और ना ही किसी प्रकार के वाद विवाद की बात सामने आई है। घटना का सही कारण जानने के लिए मामले की जांच शुरु कर दी है।