नई दिल्ली | दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को टैक्सी, ऑटो और ओला, उबर के कैब ड्राइवरों की लगातार दूसरे दिन की हड़ताल के बीच कुछ यूनियनों ने हड़ताल वापस लाने का फैसला किया है।

दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को टैक्सी, ऑटो और ओला, उबर के कैब ड्राइवरों के हड़ताल का दूसरा दिन है। खासकर रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर लोग खासे परेशान हैं। इस बीच राजधानी परिवहन पंचायत ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है।

राजधानी परिवहन पंचायत के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि हमने हड़ताल वापस ले ली है ताकि जनता को कोई परेशानी न हो। अगर केंद्र सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है, तो 20-25 दिनों के बाद वे तैयार रहें, अगर दिल्ली में दूध, पानी की आपूर्ति नहीं हुई।

इसके साथ ही दिल्ली की कई ऑटो और टैक्सी चालक यूनियनों ने भी अपनी हड़ताल को वापस ले लिया है। हालांकि अभी भी दिल्ली-एनसीआर 80 प्रतिशत ऑटो-टैक्सी हड़ताल पर हैं।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सोमवार की तरह ही मंगलवार को भी प्रीपेड ऑटो बूथ भी बंद है। इसके चलते यात्रियों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि ऐप आधारित टैक्सी सेवा ओला और उबर की सेवाएं दिल्ली के कुछ इलाकों में उपलब्ध हैं, लेकिन उन्होंने हड़ताल को देखते हुए किराया काफी बढ़ा दिया है। सीएनजी के दाम में हुई भारी बढ़ोतरी के कारण ऑटो और कैब चालकों के विभिन्न संगठन किराए में संशोधन की मांग कर रहे हैं।

ऑटो एयर टैक्सी संघ की मांग है कि सीएनजी की कीमतें कम की जाये, किराए में बढ़ोतरी समेत अन्य मांगों को लेकर ऑटो, टैक्सी और मिनी बस चालकों के कई संगठन सोमवार के बाद अब मंगलवार को भी हड़ताल पर हैं। इसके चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में करीब 95 हजार ऑटो और 75 हजार से अधिक टैक्सियां पंजीकृत हैं। अधिकतर संगठनों ने हड़ताल की घोषणा है, जबकि सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन दिल्ली ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।

दरअसल देश में बीते कई दिनों से पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और सीएनजी के दामों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। आम आदमी पर इस बढ़ती महंगाई का सीधा आसार पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में ओला और उबर के कैब ड्राइवर एसोसिएशन ने टैक्सी किराया बढ़ाने की मांग को लेकर फिलहाल दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया था।

हालांकि दिल्ली सरकार ने समयबद्ध तरीके से किराए में संशोधन पर विचार करने के लिए एक समिति बनाने की घोषणा की है फिर भी संगठन हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है। दिल्ली परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आटो-टैक्सी चालकों से हड़ताल न करने की अपील की है। हड़ताल को लेकर गहलोत ने कहा है कि आटो-टैक्सी चालकों की दिक्कतों और मांगों पर विचार करने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। यह समिति पूरे मामले पर समग्रता से विचार करेगी। उसकी सिफारिशों के अनुरूप ही कदम उठाए जाएंगे। तब तक आटो-टैक्सी चालकों को दिल्लीवासियों की परेशानी के मद्देनजर हड़ताल जैसे कदम से बचना चाहिए।