केरल में मंदिरों का संचालन करने वाले त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी किया है। उस सर्कुलर के मुताबिक उसके अंतर्गत आने वाली सभी मंदिरों में अब आरएसएस की शाखाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। सर्कुलर में कहा गया है कि अगर उसके तहत आने वाले मंदिरों में आरएसएस की गतिविधियां संचालित होती हैं तो उन मंदिरों के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड ने साल 2016 में  भी एक सर्कुलर जारी कर मंदिर परिसरों में आरएसएस के हथियारों के प्रशिक्षण पर भी रोक लगाई थी। बाद में 30 मार्च 2021 को फिर से सर्कुलर जारी कर सख्ती से आदेश का पालन करने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही सर्कुलर में अनुष्ठानों और त्योहारों को छोड़कर मंदिर परिसर का इस्तेमाल किसी अन्य उद्देश्य के लिए किए जाने पर रोक लगा दी गई थी। बता दें कि केरल में त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड करीब 1248 मंदिरों का रखरखाव और प्रबंधन करता है।  

विपक्ष ने भी किया समर्थन 
कांग्रेस नेता और सदन में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने भी त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड के आदेश का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि 'मैं भी सर्कुलर का समर्थन करता हूं। 2021 में भी ऐसा सर्कुलर जारी किया गया था लेकिन आरएसएस ने इसका उल्लंघन किया। आरएसएस लोगों में नफरत बढ़ा रहा है, वह लोगों के बीच बंटवारा पैदा कर रहे हैं। मंदिर परिसर इस तरह के उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल नहीं होने चाहिए, यह बहुत पवित्र जगह होती है।'