वारंगल ।  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आज तेलंगाना में कहा जाता है कि चीफ मिनिस्टर है, मगर ये चीफ मिनिस्टर नहीं हैं, बल्कि राजा हैं। राजा और मुख्यमंत्री में क्या फर्क होता है। राजा जनता की आवाज नहीं सुनता है, मुख्यमंत्री जनता की आवाज सुनता है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को तेलंगाना के वारंगल में एक जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने कहा कि चुनावों में कांग्रेस पार्टी योग्यता के आधार पर टिकट देगी। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने ताकतवर या कितने बड़े हैं। अगर आप गरीबों, किसानों के साथ नहीं हैं तो आपको कांग्रेस का टिकट नहीं मिलेगा। राहुल गांधी ने आगे कहा कि तेलंगाना के सपने को पूरा करने के लिए लोगों ने अपना खून और आंसू बहाए और इस सपने के लिए जंग लड़ी। हम भी आपके साथ खड़े थे। कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी ने यह जानते हुए भी कि हमें इसका नुकसान होगा, यहां के लोगों को एक नया राज्य दिया।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में किसानों की विधवाएं रो रही हैं। ऐसी हजारों महिलाएं हैं जिनके पतियों ने आत्महत्या कर ली है, यह किसकी जिम्मेदारी है? गांधी ने कहा कि हम चुनावों में टीआरएस को बाहर का रास्ता दिखाएंगे। कांग्रेस और टीआरएस के बीच सीधी जंग होगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस व्यक्ति ने तेलंगाना के स्वप्न को बर्बाद कर दिया, युवाओं और गरीबों से लाखों-करोड़ों रुपये लूटे, उसे हम माफ नहीं करेंगे। तेलंगाना के किसानों को डरने की जरूरत नहीं है। हमारी सरकार बनते ही उनका दो लाख रुपये तक का कृषि कर्ज माफ किया जाएगा।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने तेलंगाना के किसानों के लिए सही एमएसपी (न्यूनतन समर्थन मूल्य) लागू करने का वादा भी किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के कुछ समय के अंदर ही इस काम को पूरा किया जाएगा। आपके मुख्यमंत्री (के चंद्रशेखर राव) किसानों की बात नहीं सुनते। वह दो-तीन पूंजीपतियों के लिए काम करते हैं।