दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन को रिसीव किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन दोनों हैदराबाद हाउस पहुंच चुके हैं। थोड़ी देर बाद दोनों पीएम के बीच बैठक होगी। दोनों नेता फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा संभव है। इससे पहले जॉनसन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच एक्सपेंडिंग पार्टनरशिप और इंडो-यूके रोडमैप 2030 को लागू करने पर चर्चा की हुई। ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन ने राजघाट पर ​​​​​राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धाजंलि दी। 

इन सब के अलावा रूस यूक्रेन युद्ध भी आज की बैठक का अहम मुद्दा रहेगा है। अभी तक इस मामले में भारत तटस्थ रुख अपनाए हुए है। इसके अलावा दोनों नेताओं का फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक पर भी जोर रहेगा। भारत और ब्रिटेन दोनों ही इंडो-पैसिफिक रीजन को सभी के लिए खुला रखने के हिमायती हैं। गुरुवार को ब्रिटिश पीएम ने गुजरात में अहमदाबाद से अपने भारत दौरे की शुरुआत की। सबसे पहले उन्होंने साबरमती आश्रम जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और फिर इसके बाद वडोदरा के हलोल में JCB कंपनी की नई यूनिट का उद्घाटन किया। इसके साथ ही भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी से मुलाकात की।

ब्रिटेन में भारतीय मूल के 15 लाख लोग हैं, जो वहां की जीडीपी में 6% का योगदान देते हैं। ब्रिटेन में करीब 1 लाख भारतीय छात्र पढ़ते हैं। ब्रिटेन और भारत के बीच बीते दो दशक में व्यापार 3 गुना बढ़ा है। बीते साल भारत ने 51,054 करोड़ का आयात किया, जबकि निर्यात 79,000 करोड़ रुपए रहा। सेवा क्षेत्र को मिलाकर कारोबार 3.81 लाख करोड़ रुपए है।