वाशिंगटन । अब ये आशंका बढ़ती जा रही है कि इन्फ्लूएंजा के मामले की तरह कोविड के टीकों की जरूरत भी मौसमी आधार पर होगी। एक्सपर्ट्स के एक पैनल ने  कोविड वेरिएंट ऑमिक्रोन की स्पेशल बूस्टर डोज की सिफारिश की है।  अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा बनाई गई एक समिति ने इसके बारे में उपलब्ध आंकड़ों की समीक्षा में एक दिन बिताने के बाद इसके पक्ष में फैसला दिया।
इसके पक्ष में 19 और खिलाफ में 2 लोगों ने वोट दिया। एक खबर के मुताबिक एफडीए के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीटर मार्क्स ने विशेषज्ञों की बैठक से पहले समस्या की जटिलता के बारे में संक्षेप में बताते हुए कहा कि ये खतरनाक वायरस अक्सर भविष्यवाणियों को गलत साबित करता है और फ्लू से भी तेजी से उत्परिवर्तित होता है।उन्होंने कहा कि आज हम जो कर रहे हैं वह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण काम है, क्योंकि हममें से किसी के पास बहुत स्पष्ट जानकारी नहीं है.गौरतलब है कि कोविड की वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों फाइजर और मॉडर्ना ने पहले ही अपने ऑमिक्रॉन के विशेष टीकों से एंटीबॉडी पर सकारात्मक असर होने के आंकड़ों को पेश कर दिया है।
इन दोनों कंपनियों ने मंगलवार को अपने एमआरएनए टीकों के बारे में प्रेजेंटेशन भी दिया।जैसा कि नोवावैक्स ने अपने प्रोटीन सबयूनिट टीके के बारे में किया था।समिति के ज्यादातर विशेषज्ञ ऑमिक्रॉन के लिए विशेष बूस्टर डोज के पक्ष में दिखाई दिए जो मूल कोविड-19 और उसके वेरिएंट ऑमिक्रॉन दोनों के खिलाफ प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाता हो।हालांकि न तो मॉडर्ना और न ही फाइजर ने अभी तक इस तरह के टीकों का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया है।