रतलाम ।  घर बैठे याने अपने मोबाइल, लैपटाप, टेबलेट, कम्प्यूटर से बिजली बिल भरकर प्रति बिल प्रति माह छूट पाने वालों की संख्या में फरवरी, मार्च, अप्रैल में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। औसतन प्रतिमाह एक लाख बिजली उपभोक्ता इस ओर जुड़े हैं। तीन माह में औसतन कैशलेस बिल भरने वालों की संख्या 13.70 लाख हो गई है।

41 लाख बिजली बिल कैशलेस तरीके से जमा हुए

मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति और नियमानुसार छूट देने के लिए सभी प्रयास गंभीरता से कर रही हैं। कैशलेस तरीके से बिजली बिल भरने पर मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग के अनुसार प्रति बिल प्रतिमाह छूट देने का प्रविधान है। इसका अक्षरशः पालन किया जा रहा है। फरवरी से अप्रैल तक तीन माह के दौरान करीब 41 लाख बिजली बिल कैशलेस तरीके से जमा हुए हैं। कैशलेस बिल भरने पर निम्न दाब घरेलू उपभोक्ताओं को बिल राशि की आधा प्रतिशत, गैऱ घरेलू उपभोक्ताओं को पांच से 20 रुपये तक की प्रति बिल पर छूट दी जाती है।

बिजली बिल पर हर माह मिल रही छूट

इसी तरह उच्च दाब उपभोक्ताओं को 100 से 1000 रुपये की प्रतिमाह प्रति बिल पर छूट मिलती है। कैशलेस बिल जमा करने पर दी गई छूट अगले बिल में स्पष्ट उल्लेखित होती है। यह तरीके अपनाने से चौबीसों घंटे, सातों दिन बिल भरा जा सकता है। छुट्टी या कार्यालयीन समय का कोई बंधन नहीं होता है। समय पर बिल भरने से सरचार्ज लगने से बचा जा सकता है।

सवा करोड़ से ज्यादा की रियायत

बिजली कंपनी इस तरह कैशलेस छूट के माध्यम से करीब सवा करोड़ प्रतिमाह की रियायत दे रही है। सबसे ज्यादा रियायत इंदौर शहर के करीब पौने चार लाख उपभोक्ताओं को पैंतालीस लाख रुपये की मिल रही है। इसके बाद उज्जैन, इंदौर ग्रामीण, देवास, रतलाम क्षेत्र के उपभोक्ता कैशलेस छूट अर्जित कर रहे हैं। छूट पाने वाले सभी पंद्रह जिलों में है, लेकिन इंदौर शहर अव्वल बना हुआ है।

कैशलेस बिल भरने वालों का बढ़ रहा आंकड़ा

सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में और शासन की सुविधाओं के बाद कैशलेस बिल भरने का आंकड़ा सतत बढ़ रहा है। हमारा प्रयास है कि जल्द यह आंकड़ा पंद्रह लाख प्रतिमाह हो जाए। यह तरीका अपनाया जाए तो आर्थिक रूप से छूट पाने के अलावा समय की बचत, असुविधा से भी निजात पाई जा सकती है। – अमित तोमर, एमडी, मप्रपक्षेविविकं इंदौर