नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती  कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मिलने के लिए 10 जनपथ पहुंचीं। उन्होंने एक अहम बैठक में भी हिस्सा लिया। इस बैठक में प्रियंका गांधी वाड्रा, मुकुल वासनिक, रणदीप सिंह सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल और अंबिका सोनी भी मौजूद रहे। 
माना जा रहा है कि केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर फैसला परिसीमन आयोग की रिपोर्ट आने के बाद लिया जा सकता है। हाल ही में परिसीमन आयोग ने जम्मू-कश्मीर की दो दिवसीय यात्रा की थी। जहां पर आयोग ने प्रतिनिधिमंडल और क्षेत्र के लोगों के साथ सीधे बातचीत करने का फैसला किया था। कांग्रेस और पीडीपी जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद गठित परिसीमन आयोग के खिलाफ हैं। ऐसे में दोनों पार्टियों के एकसाथ आने की संभावना है। इतना ही नहीं पीडीपी प्रमुख के यूपीए में एकबार फिर से शामिल होने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। 
आपको बता दें कि पीडीपी 2002 से लेकर 2008 तक कांग्रेस के साथ गठबंधन में थी। जिसके तहत तय हुआ था कि आधे-आधे वक्त के लिए पीडीपी और कांग्रेस का मुख्यमंत्री रहेगा। जिसके तहत गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद 2008 में पीडीपी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन समाप्त कर दिया था। ऐसे में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस की नजदीकियां बढ़ गई थीं। सन 2018 में भाजपा और पीडीपी का गठबंधन समाप्त होने के बाद कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने एक साथ मिलकर सरकार बनाने की पहल की थी, हालांकि यह प्रयास सफल नहीं हुआ था। एक बार फिर जम्मू कश्मीर में चुनावी सरगर्मियां शुरू होती दिख रही हैं, इसलिए कांग्रेस ने महबूबा के साथ नजदीकी बढ़ानी शुरू कर दी है।