मांडू मध्य प्रदेश के प्रमुख विरासतीय व पर्यटकीय स्थलों में से एक है। जिसके इतिहास को किसी के परिचय के आवश्यकता नही है जो रानी रूपमती और बादशाह बाज बहादुर के अमर प्रेम का साक्षी है। पहाड़ी पर स्थित मांडू इतिहास में रूचि रखने वालो के लिए मध्य प्रदेश का एक आदर्श पर्यटन स्थल है। इस छोटे से शहर को मध्य भारत का हम्पी भी कहा जाता है। मध्य प्रदेश के अन्य ऐतिहासिक स्थानों की तरह मांडू भी वास्तुशिल्प भव्यता से परिपूर्ण है जो यहां के विभिन्न शासक युगों के प्रभाव को दर्शाता है। मांडू, अपनी समृद्ध और विविध इतिहास के साथ एक महत्वपूर्ण स्थान था। वास्तव में यह शहर मध्य प्रदेश के दिल में छिपा एक खजाना है। यहाँ कि हरियाली, प्राकृतिक सुन्दरता यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र मानी जाती है।

1. मांडू किला-  मांडू शहर पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में विंध्य की पहाड़ियों में 2 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है इसे राजा बाज़ बहादुर और रानी रूपमती के प्रेम के साक्षी के तौर पर जाना जाता है यहां का मांडू किला करीब 82 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है इसे देश का सबसे बड़ा किला माना जाता है
 
2. हिंडोला महल- मांडू के हिंडोला महल की दीवार थोड़ी झुकी हुई हैं, इसके कारण ये महल झूले की तरह नजर आता है इसलिए इसे हिंडोला महल के नाम से जाना जाता है

3. जहाज महल- कहा जाता है कि जहाज महल को जब बनाया गया तो इसके किनारों पर दो तालाब तैयार किए गए थे बीच में जहाज के आकार का महल था ऐसे में देखने में लगता था कि मानो पानी के बीच जहाज तैर रहा हो

4. ईको पॉइंट- प्राकृतिक नजारों को पसंद करने वालों को यहां की वादियां और ईको पॉइंट भी बेहद आकर्षित करता है ईको पॉइंट पर पहाड़ों से टकराकर अपनी ही आवाज सुनने का मजा ही कुछ और है 

5. मांडू का नजदीकी शहर इंदौर है आप फ्लाइट, ट्रेन, बस या टैक्सी के जरिए इंदौर तक पहुंच सकते हैं इसके बाद आप टैक्सी या बस के जरिए मांडू पहुंच सकते हैं मांडू ​इंदौर से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है