उत्तर प्रदेश की राजधानी घमने के लिए एक शानदार शहर है. यहां की इतिहास, संस्कृति लोगों को मोह लेती है. यहां जब भी आए तो कुछ जरूरी जगहों पर जाना न भूलें. 

यूपी की राजधानी लखनऊ जहां अपने ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध वहीं इसके अलावा भी यहां देखने लायक कई जगहें है. अगर आप लखनऊ घूमने का प्लान बना रहे हैं तो कुछ खास जगहों पर जाना बिल्कुल मिस न करें आज हम आपको ऐसी ही 10 टूरिस्ट आर्कषण के बारे में बता रहे हैं: -

1-बड़ा इमामबाड़ा

यह एतिहासिक इमारत लखनऊ की पहचना है. इस इमामबाड़े का निर्माण आसफ़उद्दौला ने 1784 में करवाया था. ईरानी निर्माण शैली की यह विशाल गुंबदनुमा इमारत देखने और महसूस करने लायक है. इसे मरहूम हुसैन अली की शहादत की याद में बनाया गया है. माना जाता है कि इसे बनाने में उस ज़माने में पांच से दस लाख रुपए की लागत आई थी. इस इमारत के पूरा होने के बाद भी नवाब इसकी साज सज्जा पर ही चार से पांच लाख रुपए सालाना खर्च करते थे. इसका निर्माण अकाल राहत परियोजना के तहत करवाया गया था.

2-छोटा इमामबाड़ा

लखनऊ में स्थित इस इमामबाड़े का निर्माण 1837 ई. में किया गया था. इसे छोटा इमामबाड़ा भी कहा जाता है. माना जाता है कि मोहम्मद अली शाह को यहीं दफनाया गया था. इस इमामबाड़े में मोहम्मद अली शाह की बेटी और उसके पति का मकबरा भी बना हुआ है. मुख्य इमामबाड़े की चोटी पर सुनहरा गुम्बद है जिसे अली शाह और उसकी मां का मकबरा समझा जाता है

3-रूमी दरवाजा

नवाब आसफउद्दौला ने यह दरवाजा 1783 ई. में अकाल के दौरान बनवाया था ताकि लोगों को रोजगार मिल सके. अवध वास्तुकला के प्रतीक इस दरवाजे को तुर्किश गेटवे कहा जाता है. रूमी दरवाजा इमारत 60 फीट ऊंचा है.

4-अंबेडकर पार्क

अंबेडकर पार्क लखनऊ का एक और टूरिस्ट आकर्षण है. यह संविधान निर्माता भारत रत्न भीमराव अंबेडकर की याद में समर्पित है. यहां बीआर अंबेडर की प्रतिमा तो है ही, साथ ही यहां ज्योतिबा फूले, श्री नारायण गुरु, बिरसा मुंडा, साहू जी महाराज और काशीराम जैसे महान व्यक्तियों की प्रतिमाएं भी बनाई गई हैं. पत्थर से बने 40 हाथी यहां सबका ध्यान आकर्षित करते हैं.

5-लखनऊ का चिड़ियाघर

लखनऊ चिड़ियाघर काफी प्रसिद्ध है और करीब 71 एकड़ के विशाल भू-भाग में फैला हुआ है. यहां पर आपको रॉयल बंगाल टाइगर, शेर, व्हाइट टाइगर के साथ-साथ कई वन्य जीव और पक्षी देखने को मिल जाएंगे. अगर आप बच्चों के साथ लखनऊ घूमने आए हैं तो यहां जरूरी जाएं.

6-हजरतगंज मार्केट

शॉपिंग शौकिनों के  लिए हजरतगंज की मार्केट किसी जन्नत से कम नहीं है. यहां कपड़ों से लेकर गहनें, हैंडक्राफ्ट तक सबकुछ मिलता है. यहां समय निकाल कर आएं सामान के साथ-साथ स्थानीय संस्कृति से भी रूबरू होने का मौका मिलेगा.

7-गोमती रिवर फ्रंट

लखनऊ गए और गोमती के दीदार न किए तो समझिए आपकी ट्रिप अधूरी है. इसके लिए गोमती रिवर फ्रंट जरूर जाएं. नदी के किनारे-किनारे बड़ा सा मैदान घूमने के लिए मिलता है.  शाम को यहां म्यूजिक भी बजता है. साइकिल ट्रैक भी है. इसके अलावा, यहां बैठने के लिए अच्छी व्यवस्था है.

8- मोती महल

मोती महला का निर्माण सआदत अली खां ने करवाया था. इसे बालकनी से जानवरों की लड़ाई और उड़ते पक्षियों को देखने हेतु नवाबों के लिए इन इमारतों को बनवाया गया था. गोमती नदी की सीमा पर बनी तीन इमारतों में प्रमुख है मोती महल है. मुबारक मंजिल और शाह मंजिल अन्य दो इमारतें हैं.

9-चार बड़े पार्क

अगर आप पार्क में घूमने के शौकीन हैं तो लखनऊ में पार्कों की कोई कमी नहीं है. अंबेडकर पार्क के अलावा जनेश्वर मिश्र पार्क, नींबू पार्क, हाथी पार्क और बुद्धा पार्क प्रमुख हैं. यहां आपको झूले मिलेंगे. घूमने के लिए बड़ा सा मैदान मिलेगा. तमाम सेल्फी पॉइंट मिलेंगे. जनेश्वर पार्के में आपको झील का लुत्फ भी मिलेगा. बोटिंग का आनंद बुद्धा पार्क में ले सकेंगे.

10-कुकरैल संरक्षित वन

यह एक मगरमच्छ, घड़ियाल और कछुयों का अभयारण्य है. यह इंदिरा नगर, लखनऊ के, रिंग रोड पर स्थित है. कुकरैल संरक्षित वन की स्थापना 1978 में उत्तर प्रदेश वन विभाग और भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के सहयोग से की गई थी.