जांजगीर चांपा जिले की नवागढ़ थाना पुलिस ने ठगी के आरोप में रायपुर से युवक को पत्नी और मां के साथ गिरफ्तार किया है। उस पर गांव के लोगों को ज्यादा ब्याज का झांसा देकर ठगी करना का आरोप है।

जांजगीर चांपा जिले की नवागढ़ थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने ठगी के आरोप में दो महिला समेत तीन को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार, नवागढ़ थाना इलाके के केरा का रहने वाला युवक संतोष दास महंत ने अपनी पत्नी और मां के साथ मिलकर गांव के लोगों ज्यादा ब्याज देने का झांसा देकर ठगी की। 

15 ग्रामीण से 11 लाख 20 हजार रुपये ठगने के बाद आरोपी रायपुर आ गया। यहां उसने किराए में मकान लिया और अपनी पत्नी, मां के साथ जम्मू भागने की तैयारी कर रहा था, इसी बीच पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को गिरफ्तार किया है। 

एएसपी अनिल सोनी ने बताया कि केरा का युवक संतोष दास महंत, उसकी पत्नी जगर बाई महंत और उसकी बूढ़ी मां जानकी महंत ने गांव के रहने वाले युवक रोशन महंत को बैंक में अच्छी स्कीम दिलाने का झांसा दिया। साथ अन्य बैंकों की तुलना में अधिक ब्याज देने का लालच दिया। संतोष ने झांसा दिया कि रोशन उसका पैसा जमा करा दे तो वह उसका पैसा ज्यादा ब्याज मिलाकर वापस कर देगा।

रोशन भी संतोष की बातों में आ गया और उसने फरवरी से लेकर सितम्बर 2022 के बीच अलग-अलग किस्तों में दो लाख रुपये बैंक में जमा करने के लिए उसे दे दिए, लेकिन कुछ माह बाद रोशन ने संतोष से बैंक में जमा किए हुए रकम की रसीद मांगी तो वह टालमटोल करने लगा। इसके बाद संतोष अपनी पत्नी जगर बाई और मां जानकी बाई के साथ घर छोड़ कर चला गया। जब ठगे जाने का एहसास हुआ तो रोशन ने थाना में इसकी शिकायत की।

मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने आरोपी संतोष दास महंत (38) उसकी पत्नी जगर बाई महंत और मां जानकी बाई महंत के खिलाफ धारा 409, 420, 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर तलाश शुरू की। आरोपियों की लोकेश रायपुर में मिली। पुलिस रायपुर पहुंची और वहां से तीनों को गिरफ्तार किया गया।

इन्हें बनाया ठगी का शिकार

संतोष महंत ने अपनी मां व पत्नी के साथ मिलकर गांव के रोशन महंत से दो लाख, भोला देवांगन से दो लाख, रामनाथ से 63 हजार, कमला बाई से 70 हजार, जगेश्वर बाई से एक लाख, बद्रिका सागर से 94 हजार, रजनी सहिस से 20 हजार, बदरा से 35 हजार, रत्नी कुमार से 45 हजार, कंवल दास से 50 हजार, दिले बाई से 60 हजार, पूजा बाई से 60 हजार, खीखबाई से 10 हजार, निर्मला सहिस से 50 हजार रुपए, शकुन कहरा से 63 हजार रुपए एवं इसके अलावा गांव एवं आसपास के अन्य लोगों से पैसा जमा कराये थे।