केंद्रीय श्रम संगठन के संयुक्त तत्वावधान में कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। सुबह से श्रमिक संघ प्रतिनिधियों द्वारा बाल्को व साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड की खदानों में खड़े होकर ड्यूटी जाने वाले कर्मियों को समझाइश कर रोका। इससे अधिकांश कामगार ड्यूटी पर नहीं गए। भारतीय मजदूर संघ व नेशनल फ्रंट इंडियन ट्रेड यूनियन एनएफआइटीयू हड़ताल में शामिल नहीं हैं। इस संगठन से जुड़े कामगार कार्यस्थल पर पहुंच रहे। इन्हें भी समझाइश देने का प्रयास किया गया, पर कर्मियों ने आंदोलनकारियों की बात अनसुनी कर दी।

केंद्र सरकार की आर्थिक, जन व श्रम कानून में बदलाव के विरोध दस श्रमिक संघ प्रतिनिधियों ने दो दिवसीय हड़ताल का आव्हान किया। केंद्रीय मांग समेत स्थानीय स्तर के कुछ मुद्दों को अपने मांग पत्र में शामिल कर एचएमएस, एटक, एसईकेएमसी इंटक सीटू व इंटक रेड्डी गुट के प्रतिनिधि सोमवार से हड़ताल पर चले गए। एसईसीएल व बाल्को में सुबह से ही कार्य शुरू हो जाता है, ऐसी स्थिति श्रमिक संघ प्रतिनिधि सुबह पांच बजे से ही खदान व बाल्को संयंत्र के सामने पहुंच गए थे और मजदूरों को काम नहीं जाने का आह्वान करते रहे। इसकी वजह से अधिकांश कामगार प्रथम पाली में ड्यूटी पर नहीं जा सके। उधर प्रबंधन ने रात्रि पाली में ड्यूटी पर गए कर्मियों को पहले से रोक लिया, ताकि कामकाज पर असर न पड़े। आवश्यक सेवाओं को हड़ताल से बाहर रखा गया है।