मौजूदा ओलंपिक चैंपियन 28 वर्ष की केन्या की पेरेस जेपचिरचिर ने महिलाओं की बोस्टन मैराथन जीत ली है। पुरुष वर्ग में केन्या के इवांस चेबेट विजेता बने। चेबेट ने दो घंटे छह मिनट 51 सेकंड में रेस जीती।मौजूदा ओलंपिक चैंपियन 28 वर्ष की केन्या की पेरेस जेपचिरचिर ने महिलाओं की बोस्टन मैराथन जीत ली है। पुरुष वर्ग में केन्या के इवांस चेबेट विजेता बने। चेबेट ने दो घंटे छह मिनट 51 सेकंड में रेस जीती। हमवतन लॉरेंस चेरेना (2: 07.21)और बेनसन किपरुटो (2: 07.27) क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। यह 2012 के बाद पहली बार हुआ है कि जब पुरुष वर्ग में तीनों स्थान केन्या के खाते में गए।महिला वर्ग में पेरेस ने यह रेस दो घंटे 21 मिनट, एक सेकंड में पहला स्थान हासिल किया। वहीं इथोपिया की अबाबेल (2: 21.05) दूसरे और केन्या की मेरी वकेरा (2: 21.32) तीसरे स्थान पर रहीं। दुनिया की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित सालाना मैराथन तब जीती जब कोरोना महामारी के बाद पहली बार पारंपरिक समय पर इसका आयोजन किया गया।यूक्रेन के 44 नागरिकों ने भी मैराथन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन 11 ने ही भाग लिया। उनके समर्थन में यूक्रेन के ध्वज भी प्रशंसकों ने लहराए। यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस और बेलारूस के धावकों को इस मैराथन में भाग लेने की अनुमति नहीं थी।नौ साल पहले 2013 में हुई बोस्टन मैराथन में फिनिश लाइन के पास आतंकी विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट में तीन लोग मारे गए थे जिनमें मार्टिन रिचर्ड भी शामिल थे। इस साल उनके भाई हेनरी रिचर्ड ने इस मैराथन को पूरी कर अपने भाई को श्रद्धांजलि दी। उस हादसे में हेनरी की भाई जेनी को एक पांव गंवाना पड़ा था। 20 साल के मार्टिन ने कहा कि जज्बात हावी हैं। मैं जानता हूं कि मार्टिन आज होता तो मेरे साथ मैराथन में शामिल होता। रेस पूरी करने के बाद मार्टिन अपने अभिभावकों और छोटी बहन जेनी के गले मिलकर काफी भावुक हो गए।