नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार को कम जांच की वजह से एक दिन पहले के मुकाबले चार हजार कम मरीज मिले पर संक्रमण दर 31 फीसदी के करीब जा पहुंची। यह देश के मुकाबले दोगुनी से भी ज्यादा है। देश में संक्रमण दर 14.78 फीसदी दर्ज की गई। चिंता की बात है कि 34 लोगों ने जान भी गंवा दी। आंकड़ों को देखें तो दिल्ली में जितने लोगों की भी जांच की जा रही है, उनमें से एक तिहाई लोग कोरोना से संक्रमित पाए जा रहे हैं। हालांकि-राहत की बात है कि अस्पतालों में दाखिले कम हो रहे हैं और शुक्रवार को 24383 नए मामले सामने आए लेकिन 26236 मरीजों को छुट्टी दी गई। इससे सक्रिय केस जो लगातार बढ़ रहे थे उनमें कमी दर्ज की गई है। अब सक्रिय मरीजों की संख्या 92273 हो गई है। इनमें 64831 लोग घर पर ही रहकर इलाज करा रहे हैं। दिल्ली के अस्पतालों में 2529 मरीज भर्ती हैं, जिनमें कोविड लक्षण के साथ 83 और पॉजिटिव 2446 मरीज हैं। इनमें से आईसीयू में 671 मरीज, ऑक्सीजन सपोर्ट पर 815 मरीज, वेंटीलेटर पर 99 मरीज हैं। अस्पतालों में भर्ती 2128 मरीज दिल्ली के और 318 दिल्ली के बाहर से हैं। अस्पतालों में 83फीसदी बेड खाली पड़े हैं। दिल्ली ही नहीं, देश के 20 बड़े शहर ऐसे हैं जहां संक्रमण दर 20 फीसदी से ज्यादा है। यानी इन जगहों पर हर 100 टेस्ट में से 20 लोग संक्रमित मिल रहे हैं। देश में प्रति लाख आबादी पर 19 मामले मिल रहे हैं, जबकि गुरुग्राम में प्रति लाख आबादी पर 179 केस मिल रहे हैं। कोलकाता में रोज प्रति लाख आबादी पर 157 केस, बेंगलुरु शहरी में 163, दिल्ली में 139, मुंबई में 132 केस मिल रहे हैं। महाराष्ट्र में शुक्रवार को 43, 211 केस आए जो एक दिन पहले के मुकाबले तीन हजार कम हैं। मौतें भी कम हुईं। गुरुवार को वहां 36 मरीजों ने जान गंवाई थी लेकिन शुक्रवार को यह संख्या घटकर महज 19 रह गई। मुंबई में भी एक दिन पहले के मुकाबले 17 फीसदी कम केस दर्ज किए गए हैं। पश्चिम बंगाल-तमिलनाडु और मध्य प्रदेश समेत करीब 15 राज्यों में संक्रमण में तेजी दिख रही है।