एक तो बैटिंग का ज्यादा तजुर्बा नहीं। ऊपर से वर्ल्ड कप और उसमें भी पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का प्रेशर। ये दबाव इसलिए ज्यादा था क्योंकि खिलाड़ी जो थे वो अपना पहला वर्ल्ड कप खेल रहे थे। ऊपर से मैच में भारत के हालात भी अच्छे नहीं थे। 33 ओवर में ही 6 विकेट गिर चुके थे और स्कोर बोर्ड पर जुड़े थे सिर्फ 114 रन। अब ऐसे में दो नए बल्लेबाजों की जोड़ी क्रीज पर थी। दोनों के लिए ही ये वर्ल्ड कप में उनका पहला मैच था। सामने पाकिस्तान थी तो कुछ कर दिखाने का मौका भी था। इस मौके को दोनों ने लपका और फिर साथ मिलकर कुछ ऐसा किया कि वर्ल्ड रिकॉर्ड ही बन गया। हम बात कर रहे हैं पूजा वस्त्रकर और स्नेह राणा की। दोनों ही बॉलिंग ऑलराउंडर हैं। यानी बल्लेबाजी इनकी दूसरी प्राथमिकता है। लेकिन, पाकिस्तान के खिलाफ जब टीम संकट में घिरी तो दोनों ने ही अपने बल्लेबाजी के ज्ञान का पूरा बखान किया।

कमाल ये हुआ कि स्नेह राणा और पूजा वस्त्रकर दोनों ने ही अपने पहले वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में अर्धशतक जड़ दिया। स्नेह राणा ने 4 चौकों की मदद से 48 गेंदों पर 53 रन की पारी खेली तो पूजा वस्त्रकर ने 67 मिनट बल्लेबाजी कर 67 रन 59 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से बनाए। महिला वनडे के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब नंबर 7 पर बल्लेबाजी कर रहे दो बल्लेबाजों ने एक ही मुकाबले में अर्धशतक जड़ा हो। ये भी पहली बार ही हुआ जब वर्ल्ड कप डेब्यू पर दो भारतीय बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़ा।

पूजा और स्नेह राणा के बीच 7वें विकेट के लिए 122 रन की साझेदारी हुई, जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। इस विकेट के लिए महिला वनडे में इससे बड़ी साझेदारी कभी नहीं हुई। इस साझेदारी ने पाकिस्तान को थोड़ा बैकफुट पर धकेलते हुए भारत को फ्रंटफुट पर लाने का काम किया। इस साझेदारी के बाद भारत का स्कोर 6 विकेट पर 114 रन के स्कोर से 7 विकेट पर 236 रन तक जा पहुंचा। पूजा और राणा के बल्ले से निकले अर्धशतक और इनके बीच हुई शतकीय साझेदारी की बदौलत ही भारतीय टीम पाकिस्तान को 245 रन का टारगेट दे पाने में कामयाब हो सकी।