नई दिल्ली । पड़ोसी देश चीन से लद्दाख से लेकर अरुणाचल से लगती सीमा तक पर तनाव के बीच भारतीय सेना ने बड़ा यु्द्धाभ्यास किया है। सेना के इस युद्धाभ्यास में बोफोर्स तोपों, मोर्टार और लॉन्ग रेंज की बंदूकों का भी इस्तेमाल हुआ है। इसके अलावा कई अन्य भारी हथियार भी चीन की सीमा पर गरजे हैं। बुलंद भारत नाम से हुए भारत के इस सैन्याभ्यास ने चीन को उसकी सीमा पर ही चुनौती दी है, जिसने पिछले दिनों अरुणाचल प्रदेश के 11 इलाकों के नाम बदलने की हिमाकत की थी। 
चीन के साथ भारत 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जिस पर दोनों ही देशों ने बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर रखी है। 4 साल पहले पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी और तब से ही तनाव का माहौल बना हुआ है। इसके बाद भारत के इस जोरदार युद्धाभ्यास को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। सेना ने अपने अभ्यास में बोफोर्स तोपों के अलावा धनुष और सारंग जैसी अत्याधुनिक लॉन्ग रेंज बंदूकों का भी इस्तेमाल हुआ है। यही नहीं मल्टी लांच रॉकेट सिस्टम पिनाक ने भी शक्ति प्रदर्शन किया है। 
सैन्य अभ्यास के तहत सर्विलांस का भी भारतीय सेना परीक्षण कर रही है। इसके अलावा भारी हथियारों के साथ अभ्यास अपनी ताकत को आंका जा रहा है। एक सूत्र ने कहा कि इस अभ्यास में सेना अपनी राडार प्रणाली, भारी हथियारों और सर्विलांस सिस्टम की ताकत को आंक रही है कि कैसे एक बार में दुश्मन देश के ठिकानों को नष्ट किया जा सकता है। फिलहाल चीन की इस युद्धाभ्यास को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह साफ है कि उसने इस पर नजर जरूर रखी होगी।