पाकिस्तान क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान अपने खेल के अलावा भी कई वजहों से चर्चा में बने रहते हैं। क्रिकेट के मैदान में नमाज पढ़ना इनमें से एक है। रिजवान कई बार बल्लेबाजी के दौरान मैदान में नमाज अदा कर चुके हैं और इसके बाद कई मैच में उन्होंने अपनी टीम को जीत भी दिलाई है। हालांकि, टी20 विश्व कप के फाइनल में ऐसा नहीं हो सका। इंग्लैंड ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर दूसरी बार यह ट्रॉफी हासिल की। 

फाइनल में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 137 रन बनाए थे और इंग्लैंड ने एक ओवर रहते पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इसके बाद पाकिस्तान की टीम को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जुल्करनैन हैदर ने मोहम्मद रिजवान की जमकर क्लास लगाई है। हैदर ने रिजवान के मैदान में नमाज अदा करने पर नाराजगी जताई है। हालांकि, जुल्करनैन ने अपने बयान में सीधे तौर पर रिजवान का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा साफ तौर पर रिजवान पर ही था। 

जुल्करनैन हैदर ने एक भारतीय न्यूज चैनल पर बातचीत के दौरान कहा "कहां नमाजें गईं आपकी? जो आपने नमाजें पढ़ी थीं, तो फाइनल क्यों नहीं जिताया आपने? क्यों एक 15 पर आउट हो गया, एक 14 पर आउट हो गया। कोई किधर गया, कोई किधर गया? भाई नमाजें आपने अपने लिए पढ़नी हैं। आपने नमाज अपनी इबादत के लिए पढ़नी है, ना किसी मजहब के लिए पढ़नी है। दिखावे के लिए आपने नमाजें नहीं पढ़नी। तो अब कहां गईं आपकी नमाजें, फाइनल नहीं जिताया आपने। इंग्लैंड के दो मुसलमान आपकी नमाजों से ज्यादा जीत गए। क्योंकि वो आपसे अच्छे मुसलमान हैं। वो दिखावा ग्राउंड में नहीं करते। इंग्लैंड के जो दो मुसलमान थे मोईन अली और आदिल राशिद, वो ग्राउंड में अपनी नमाज नहीं दिखाते।"

जुल्करनैन ने आगे कहा "तस्वीरों में आने के लिए वो आपकी नमाजें नहीं पढ़ते। हाशिम अमला ग्राउंड पर नमाज इसलिए नहीं पढ़ता, क्योंकि वह ग्राउंड के बाहर बहुत अच्छा मुसलमान है। भाई नमाजें आपको अपने लिए पढ़नी हैं, क्यों आप जिम्बाब्वे से हारे। आप अल्लाह का शुक्र करें कि आप फाइनल तक पहुंच गए।"