सिंगापुर । सिंगापुर के प्रतिष्ठित विशिष्ट सेवा पदक ‘मेरिटोरियस सर्विस मेडल’ (मिलिट्री) (एमएसएम) से भारतीय नौसेना के पूर्व प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा को नवाजा गया हैं। लांबा को भारतीय नौसेना और ‘रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी’ के बीच दीर्घकालिक द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करने में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए गुरुवार को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। सिंगापुर के रक्षा मंत्री एनजी इंग हेन ने रक्षा मंत्रालय में आयोजित एक समारोह में लांबा को पुरस्कार प्रदान किया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘लांबा के नेतृत्व में, दोनों देशों की नौसेनाओं ने नवंबर 2017 में ‘नौसैन्य सहयोग के लिए द्विपक्षीय समझौता’ और जून 2018 में ‘पारस्परिक समन्वय, रसद और सेवा समर्थन के लिए कार्यान्वयन व्यवस्था’ समझौता किया। इसने नौसेना के बीच संवाद बढ़ाने और पनडुब्बी बचाव अभियानों, समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सूचनाओं के आदान-प्रदान व साजो-सामान संबंधी सहयोग समेत आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की रूपरेखा तैयार की।’
लांबा के कार्यकाल में दोनों नौसेनाओं ने 2018 में सिंगापुर-भारत समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास की रजत जयंती मनाई और सितंबर 2019 में पहले सिंगापुर-भारत-थाईलैंड समुद्री अभ्यास का सफलतापूर्वक आयोजन किया। सिंगापुर के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि इन पेशेवर आदान-प्रदान ने दोनों सेनाओं के कर्मियों के बीच अभियानगत-क्षमता बढ़ाई तथा आपसी समझ और विश्वास को गहरा किया।
एडीएम (सेवानिवृत्त) लांबा ने इस अवसर पर कहा, ‘सिंगापुर सरकार द्वारा एमएसएम (एम) से सम्मानित किया जाना मेरे लिए सम्मान की बात है।’ उन्होंने कहा, ‘भारत और सिंगापुर रणनीतिक साझेदार हैं और दोनों नौसेनाओं के बीच समुद्री पड़ोसियों के रूप में लंबे समय से मजबूत संबंध रहे हैं।’ लांबा को रक्षा मंत्रालय में सलामी गारद भी दिया गया।