भोपाल ।   प्रदेश में विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आने के साथ दोनों प्रमुख दलों के नेताओं के बीच सियासी आरोप-प्रत्‍यारोप का सिलसिला भी तेज होता जा रहा है। भाजपा प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्‍विजय सिंह को 'बंटाढार' कहते हुए उन पर हमला करने का कोई मौका नहीं चूकती। इसको लेकर अब दिग्‍विजय सिंह ने भाजपा पर पलटवार करते हुए मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खुले मंच से बहस की चुनौती दे डाली। उन्‍होंने कुछ ट्वीट किए, जिनमें उन्‍होंने कहा कि बार-बार भाजपा वाले मेरे १० के कार्यकाल पर मेरे ख़िलाफ़ अनर्गल आरोप लगाते हैं। भाजपा के २० साल के घोटालों का लेखा-जोखा क्यों नहीं देते? भाजपा के समय मध्य प्रदेश से बाहर के लोगों को पैसा ले कर नौकरी दी गई। शिवराज चौहान जी, आओ एक दिन आमने-सामने बहस हो जाये। दो दो हाथ हो जाएं। दिग्‍विजय ने ट्वीट में लिखा कि मेरे कार्यकाल में मध्य प्रदेश के ग्राम पंचायत जनपद पंचायत ज़िला पंचायत नगर पंचायत नगर पालिका नगर निगम द्वारा लाखों स्थानीय लोगों को शासकीय सेवाओं में लिया गया। जन स्वास्थ रक्षक गौ रक्षकों को रोज़गार मिला।

दिग्‍विजय की इस चुनौती पर भाजपा की ओर से प्रदेश प्रवक्‍ता हितेश वाजपेयी ने प्रतिक्रिया दी। उन्‍होंने करारा पलटवार करते हुए दिग्‍विजय के ट्वीट के जवाब में लिखा कि सर आप भी जानते हैं कि हमेशा "कंपेयर चार्ट" बनाकर ही ओपिनियन बनाई जा सकती है। आप बहुत चतुर नेता हैं और जानते हैं कि "बिजली, सड़क और पानी" पर आपके कार्यकाल मे कोई काम नही हुआ और आपको "शून्य" मिलेगा, इसलिए आप इस चर्चा से बचना चाहते हैं। आपके मुख्यमंत्रित्व काल में भ्रष्टतम सरकार चली, इसलिए आप उससे तुलना करने हेतु मना करते हैं क्योंकि आपको उसमे "शून्य" अंक मिलेंगे। खैर परीक्षा मे जनता तय करेगी, न कि आप कि वह आपको कितने नंबर दे। भाजपा प्रवक्‍ता हितेश वाजपेयी ने अपने अगले ट्वीट में दिग्‍विजय से कुछ तीखे सवाल किए। उन्‍होंने पूछा कि क्या कारण था कि व्यापम की पहली एफआइआर को आप चतुराई से दबा दिये थे? क्या कारण था कि आपने सारी नौकरियां खत्म कर "संविदा कर्मी" नामक शोषण करने वाली नौकरी की परिपाटी डाली? क्या कारण था जो आपने शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी के बजाय लाठियां दी थी? क्या कारण है कि आपके समय पीएससी मे पंडितजी ने नौकरियों की दरें तय कर रखी थीं? क्या कारण है कि आपकी सरकार को संस्थाओं ने "अली बाबा और चालीस चोर" की सरकार कहा?