नई दिल्ली । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा समाप्त होते ही दिल्ली कांग्रेस  अध्यक्ष अनिल चौधरी को बदलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। पार्टी सूत्रों की माने तो बहुत जल्द देश की राजधानी को नया कांग्रेस अध्यक्ष मिलने की पूरी संभावना है। बताया जा रहा है कि वर्तमान दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ असंतोष चरम पर है। वरिष्ठ से लेकर युवा नेता तक उन्हें बदलने की मांग आलाकमान से अलग-अलग गुटों में कर चुके हैं। भारत जोड़ो यात्रा की वजह से यह मसला ठंडे बस्ते में था लेकिन एमसीडी चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार ने अनिल चौधरी को अध्यक्ष पद से हटाने की कसर भी पूरी कर दी है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस में असंतोष का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी को बदलना लगभग तय माना जा रहा है। इस बात की संभावना ज्यादा है कि किसी अनुभवी युवा नेता को संगठन की जिम्मेदारी दी जाए। बताया जा रहा है कि भारत जोड़ो यात्रा समाप्त होने और राहुल गांधी सहित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के तमाम वरिष्ठ नेता-पदाधिकारियों के वापस लौटने के बाद किसी भी समय दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष को बदला जा सकता है। वर्तमान में दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी का उसी समय से विरोध हो रहा है जब से उन्हें इस पद की जिम्मेदारी मिली थी। समय-समय पर पार्टी के नेता अलग-अलग गुटों में चौधरी को अध्यक्ष पद से हटाने की मुहिम भी चला चुके हैं। कुछ महीने पहले असंतुष्टों का एक खेमा तो विरोध में खुलकर बैठकें भी करने लग गया था। इतना ही नहीं असंतुष्ट नेताओं ने सोनिया गांधी समेत सभी वरिष्ठ नेताओं को पत्र भी लिखे थे। उस समय दिल्ली कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने सभी को बुलाकर थोड़ा इंतजार करने के लिए कहा था। उस समय तो पार्टी के नेता चुप रहे लेकिन एमसीडी चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार ने अनिल चौधरी को हटाने को लेकर रही-सही कसर भी पूरी कर दी है। अभी तक चौधरी को इसलिए अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं कि भारत जोड़ो यात्रा चल रही थी और राहुल गांधी समेत सभी बड़े नेता उसमें व्यस्त हैं।