योजना का लाभ लेने के लिए बंैकों से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर ऑप्शन को सक्रिय करवाना था, कई बैंकों ने आवेदन लेकर ही रख लिए


भोपाल। अगले महीने से लाड़ली बहना योजना के तहत बहनाओं को 1 हजार रुपए की राशि उनके बैंक खाते में मिलने लगेगी, लेकिन भोपाल में ही हजारों महिलाएं इससे वंचित रह जाएंगी। कारण इन महिलाओं द्वारा बैंकों से कराई जो वाली डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) का ऑप्शन बैंकों द्वारा चालू नहीं करना है। ऐसे कई आवेदन वापस लौटा दिए गए हैं और आवेदन करने वाली महिलाओं को फिर से डीबीटी कराकर आवेदन करने के लिए कहा गया है। इसमें पार्षद भी आवेदनकर्ता महिलाओं को बुलाकर फार्म वापस दे रहे हैं।
लाड़ली बहना योजना के ओवेदन करने की अंतिम तारीख 30 अप्रैल थी और उसके बाद मई माह में इन आवेदन पत्रों की जांच होना है, साथ ही अगर किसी को आपत्ति है तो वह आपत्ति ले सकता है। आवेदन करने वाली महिलाओं को अपना आधार कार्ड अपडेट करने के साथ-साथ उसको समग्र आईडी से जोडऩा था और जिस बैंक में उसका खाता है, वहां जाकर डीबीटी ऑप्शन को एनाबल करवाना था। इस दौरान बैंंकों में लंबी-लंबी कतारें देखी गईं, लेकिन जब फार्म की जांच हुई तो मालूम पड़ा कि अधिकांश महिलाओं के आवेदन में डीबीटी ऑप्शन ही एनाबल नहीं हो पाया। ऐसे में 1 हजार रुपए उनके खाते में कैसे ट्रांसफर होंगे, इसमें संशय की स्थिति बन गई है। एक वार्ड में करीब एक हजार ऐसे आवेदन पत्र वापस आए हैं, जिसमें डीबीटी के कॉलम के आगे नील यानि नहीं लिखा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार ऐसे आवेदन पत्रों की संख्या 10 प्रतिशत के करीब हैं और जिला प्रशासन के पास इस योजना के तहत करीब सवा तीन लाख आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। यानि करीब 35 हजार आवेदन पत्रों में डीबीटी ऑप्शन नहीं पाया गया। ऐसे आवेदन पत्र अब झोनल कार्यालयों को वापस किए जा रहे हैं और महिला आवेदकों से कहा जा रहा है कि वे जल्द ही डीबीटी करवाकर फार्म फिर से जमा करें, ताकि उन्हें योजना का लाभ मिल सके। पार्षदों के माध्यम से जो आवेदन पत्र दिए गए थे वे भी उन्हें लौटा दिए गए हैं। हालांकि अभी आवेदन जमा करने के लिए महिलाओं के पास 1 महीने का और समय है।