सड़क निर्माण की सुरक्षा में निकले थे जवान की प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से मौत हो गई। एटेपाल कैम्प से एक किमी दूर यह ब्लास्ट हुआ है। 

बीजापुर जिले के मिरतुर थाना क्षेत्र में आज सुबह सड़क सुरक्षा के लिए गस्त में निकले सीएएफ के जवान नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईडी के चपेट में आ गए। इस घटना में असिस्टेंट प्लाटून कमांडर शहीद हो गए। वहीं, शव का पीएम करने के बाद भैरमगढ़ से मेकाज भेजा गया। जहां शव को एंबोंबिंग करने के बाद चॉपर से गृहग्राम भिजवाया गया। इससे पहले सीएम भूपेश बघेल ने भी घटना पर दुख जताया था।

बता दें कि, 27 मई की सुबह जिला बीजापुर के थाना मिरतुर क्षेत्रांतर्गत न्यू कैम्प एटेपाल एवं तिमेनार से एरिया डॉमीनेशन के लिए रवाना हुए थे। अभियान के दौरान प्रातः लगभग 7:40 बजे तिमेनार-एटेपाल के मध्य माओवादियों द्वारा लगाया गया प्रेशर आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से छसबल के एपीसी विजय यादव 19वीं वाहिनी "डी" कंपनी तिमेनार शहीद हो गये। बताया जा रहा है की एपीसी विजय यादव  21 अक्तूबर 1986 को सेवा में आए थे। 

इसके अलावा अपनी बेटी व दामाद के साथ धरमपुरा दुर्गा मंदिर के सामने निवास कर रहे थे। जबकि उनका मूल घर राजपुर पोस्ट हल्दी जिला बलिया (उत्तर प्रदेश) में है, अधिकारियों के द्वारा उन्हें भैरमगढ़ में भावभीनी विदाई के साथ ही उनके शव को मेकाज में एंबोंबिंग के लिए भेजा गया। मेकाज में शाम को एंबोंबिंग के बाद शव परिजनों को दिया गया। जहां उनके पार्थिव देह को चोपर के माध्यम से गृहग्राम तक भिजवाया गया।
मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा दुख जताया

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में प्रेशर आईईडी की चपेट में आने पर छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स के असिस्टेंट प्लाटून कमांडर विजय यादव की शहादत पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने इस घटना को दुःखद बताते हुए नक्सलियों की इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा की है। छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स की एक टीम आज सुबह मिरतुर थाना क्षेत्र में एरिया डामिनेशन के लिए निकली थी। मुख्यमंत्री ने शहीद यादव के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है।