सीबीएसई बोर्ड की ओर से आयेाजित 10वीं, 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 2 मार्च से शुरू हो रही हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड  ने प्रायोगिक परीक्षाओं के संबंध में स्कूलों को अहम निर्देश दिए हैं। इसके मुताबिक, बोर्ड ने स्कूलों से 2 मार्च से शुरू होने वाले एग्जाम के लिए COVID-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।

बोर्ड ने स्कूलों से कहा है कि COVID-19 प्रोटोकॉल को फॉलो करने के लिए और भीड़भाड़ से बचने के लिए छात्रों के बैच को 10- 10 में विभाजित किया जाए। इसके साथ ही कहा है कि जब, छात्रों का पहला समूह प्रयोगशाला में भाग ले सकता है , तबक दूसरा समूह पेपर वर्क कर सकता है। सीबीएसई ने कहा कि कक्षा 10 के लिए बोर्ड द्वारा कोई बाहरी परीक्षक नियुक्त नहीं किया जाएगा। हालांकि, 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए सीबीएसई बाहरी परीक्षक की नियुक्ति करेगा। बोर्ड व्यावहारिक परीक्षाओं की निगरानी और परीक्षा के निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों में पर्यवेक्षक भी नियुक्त कर सकता है। 

बोर्ड ने आगे कहा कि निष्पक्ष और नियमों का ध्यान रखते हुए परीक्षा आयोजित करने के लिए, छात्रों की संख्या 20 से अधिक होने पर एक दिन में दो या तीन सेशन में व्यावहारिक परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। इसके साथ ही बोर्ड ने स्कूलों से 3 मार्च से ही प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट, इंटरनल असेसमेंट के अंक एक साथ अपलोड करने को कहा है। इसलिए  स्कूलों से सही अंक अपलोड करने को कहा क्योंकि एक बार अपलोड होने के बाद अंकों में कोई सुधार नहीं होने दिया जाएगा। स्कूलों को बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले ऐप पर प्रायोगिक परीक्षाओं की तस्वीरें अपलोड करने के लिए भी कहा गया है। वहीं बोर्ड ने टर्म-2 परीक्षा तिथियों की भी घोषणा कर दी है। यह परीक्षाएं अप्रैल में शुरू होंगी। वहीं फिलहाल छात्र-छात्राएं टर्म-1 रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।