भोपाल । नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस मतदान केंद्र पर अपनी स्थिति मजबूत करने की कार्ययोजना पर काम कर रही है। भाजपा ने जहां बूथ सशक्तीकरण अभियान चलाया है वहीं कांग्रेस ने भी बूथ प्रबंधन की कार्ययोजना तैयार की है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 25 मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी महिला कार्यकर्ता संभालेंगी। इनका चयन करने की जिम्मेदारी महिला कांग्रेस को सौंपी गई है। मार्च अंत तक महिला कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर उन्हें बूथ प्रबंधन प्रकोष्ठ द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।

अब बूथ प्रबंधन की कार्ययोजना
प्रदेश में 64 हजार एक सौ मतदान केंद्र हैं। प्रदेश कांग्रेस ने बूथ मंडलम और सेक्टर इकाई बनाने के बाद अब बूथ प्रबंधन की कार्ययोजना तैयार की है। इसमें पार्टी के सहयोगी संगठनों (युवा कांग्रेस महिला कांग्रेस सेवादल भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग) को अलग-अलग मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया गया है।

25 मतदान केंद्र महिला कार्यकर्ताओं के जिम्मे
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 25 मतदान केंद्र महिला कार्यकर्ताओं के जिम्मे किए जाएंगे। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने बताया कि सभी जिला इकाइयों को कार्यकर्ता चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। चयनित कार्यकर्ताओं को पार्टी के बूथ प्रबंधन प्रकोष्ठ द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।

मदद के लिए वार्ड व पंचायत अध्यक्ष की नियुक्ति भी
इसमें मतदाता सूची का सत्यापन मतदान केंद्र के भीतर की गतिविधियों की निगरानी और गड़बड़ी होने पर आपत्ति दर्ज कराने की प्रक्रिया के बारे में बताया जाएगा। इन्हीं कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी मतदान केंद्र के दायरे में आने वाले मतदाताओं से संपर्क करने की होगी। इनकी मदद के लिए वार्ड व पंचायत अध्यक्ष की नियुक्ति भी की जाएगी।

सेवादल भी 25 केंद्र देखेगा
महिला कांग्रेस की तरह प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 25 मतदान केंद्र के प्रबंधन का दायित्व सेवादल संभालेगा। संगठन के राज्य प्रमुख योगेेश यादव का कहना है कि संगठन द्वारा जो मतदान केंद्र हमें सौंपे जाएंगे वहां के प्रत्येक मतदाता से हमारे कार्यकर्ता नियमित संपर्क रखेंगे और उन्हेें पार्टी के पक्ष में मतदान केे लिए प्रेरित करेंगे।