इस्लामाबाद| पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान की रावलपिंडी जनसभा पीटीआई का चेहरा बचाने वाला फ्लॉप शो था और यह एंटी क्लाइमैक्स था। द न्यूज ने बिलावल के हवाले से बताया कि इमरान द्वारा सभी विधानसभाओं से इस्तीफा देने की घोषणा हताशा में इस्तीफे का नाटक थी।

उन्होंने इमरान के भाषण के बाद एक ट्वीट के जरिए कहा, "भीड़ को खींचने में नाकाम रहे, नए प्रमुखों की नियुक्तियों को कमजोर करने में विफल रहे इमरान खान निराश होकर इस्तीफे के नाटक का सहारा ले रहे हैं।"

बिलावल ने कहा कि रावलपिंडी से इमरान की मांग आजादी नहीं बल्कि दोबारा चुने जाने की है।

उन्होंने सवाल किया कि कब तक खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और पंजाब प्रांत को राजनीतिक सहारा के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।

पीपीपी के महासचिव फरहतुल्लाह बाबर ने कहा कि इमरान ने विधानसभा छोड़ने का ऐलान कर कबूल किया है कि उनके सारे मंसूबे नाकाम हो गए हैं। द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने ट्वीट किया, नेशनल असेंबली पहले से ही पीटीआई के बिना काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि, "पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय विधानसभाओं को तभी भंग किया जा सकता है, जब उनके मुख्यमंत्रियों को अविश्वास प्रस्ताव का सामना नहीं करना पड़े।"

बाबर ने कहा कि प्रोजेक्ट तालिबान और प्रोजेक्ट इमरान खान भले ही अभी पूरी तरह से ध्वस्त न हुए हों, लेकिन बेनकाब जरूर हो गए हैं।

उन्होंने आगे कहा, "यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। देश ने इसे उजागर करने के लिए बड़ी कीमत चुकाई है, लेकिन जो कीमत चुकाई है वह लाभ के लायक है।"