सागर   मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में पेपर लीक की बात प्रोफेशनल एग्जामिनिशन बोर्ड ने भी स्वीकार की है। मार्च 2022 में हुए पेपर लीक में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम जुड़ा था। जिसके बाद बोर्ड ने साफ किया है कि पेपर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के कॉलेज से ही लीक हुए थे।साथ ही मंत्री राजपूत के सागर स्थित ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंस कॉलेज को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। दरअसल पीईपी की इस परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली हुई थी। परीक्षा के दिन ही पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद वायरल हुए एक स्क्रीनशॉट की जांच MAPIT को दी गई थी। जांच में कहा था कि रोल नंबर 23165920 के जिस परीक्षार्थी का पर्चा वायरल बताया है वह परीक्षा में सोच समझकर संगठित तरीके से सेंधमारी है। वहीं जिस सिस्टम का यह स्क्रीनशॉट है वह परीक्षा दे रहे स्टूडेंट के सिस्टम से सीधे नहीं लिया गया। एग्जाम सेंटर के सिस्टम में ही सेंधमारी कर उसे बाहर से संचालित किया जा रहा था। मैपआईटी ने अपनी रिपोर्ट व्यापमं को दे दी थी लेकिन तब व्यापमं ने जांच की बात कहकर रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की थी। पेपर लीक कांड में मंत्री का नाम सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने सीएम चौहान से अपील की है कि मंत्री का इस्तीफा लिया जाए। के के मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि व्यापमं PEB द्वारा आयोजित प्राथमिक शिक्षक पात्रता वर्ग-3 पेपर लीक कांड में परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत का सागर स्थित ज्ञानवीर कॉलेज दोषी पाया गया! एमपी नगर,भोपाल थाने में FIR दर्ज, शिवराज सिंह चौहन इस्तीफा लीजिए,पूर्व व्यापमं घोटाला भी नेताओं,अफसरों,शिक्षा माफियाओं की ही करतूत थी।