चार बार के ओलंपिक विजेता ब्रिटिश एथलीट ने बताया है कि उनका नाम मो फराह नहीं हुसैन आब्दी काहिन है। सर मो फराह 4 साल की उम्र में तस्करी कर इंग्लैंड लाए गए थे। दुनिया के नामी लंबी दूरी के एथलीटों में शुमार इंग्लैंड के सर मो फराह ने लोगों को हिला देना वाला खुलासा किया है। लंदन और रियो ओलंपिक में 5000,10000 मीटर के चार स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीट ने बीबीसी1 की डॉक्यूमेंट्री में खुलासा किया है कि वह मो फराह नहीं हैं, उनका नाम हुसैन आब्दी काहिन है। चार साल की उम्र में उन्हें जिबूती से तस्करी कर बाल मजदूर के रूप में इंग्लैंड लाया गया था। असली मोहम्मद फराह उस औरत का सौतेला पुत्र है, जो सर मो से अमानवीय तरीके से घर के सारे काम कराती थी । मो फराह के मुताबिक जब वह चार साल के थे तो उनके पिता सोमालिया में घरेलू युद्ध में मार दिए गए थे।