भरुच । गुजरात के भरूच जिले के कच्चीपुरा गांव के पास एक तालाब का दूषित पानी पीने से करीब 25 ऊंटों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कच्चे तेल को ले जाने वाली एक पाइपलाइन में रिसाव हो गया था जिसके कारण तालाब दूषित हो गया। ऊंटों ने दूषित पानी को पी लिया, इससे उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक कच्चीपुरा के ग्रामीण के मालधारी समुदाय के लिए ऊंट उनके जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
ऊंटों ने उनकी आजीविका चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गांव पीने के पानी के संकट से जूझ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि एक जल निकाय में ऊंटों ने पानी पीया जिसके बाद धीरे-धीरे कर उनकी मौत होने लग गई। ग्रामीणों के मुताबिक गांव में 30 ऊंटों का नुकसान हुआ है, जिसमें से 25 के शव बरामद किए गए हैं जबकि शेष ऊंटों का इलाज और बरामदगी के प्रयास जारी हैं। वहीं भरूच में प्रदूषण निगरानी के क्षेत्रीय अधिकारी मार्गी पटेल ने कहा कि प्रदूषण के संभावित स्रोत के रूप में आसपास के किसी भी रासायनिक उद्योग की पहचान नहीं हुई है। उन्होंने कहा, जबकि ओएनसीजी का एक कुआं आसपास के क्षेत्र में मौजूद है, लेकिन रिसाव की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। उस क्षेत्र से सैंपल एकत्र किए गए हैं जहां ऊंटों के शव पाए गए थे, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद जांच स्थिति कुछ साफ हो पाएगी।