भोपाल । मध्यप्रदेश में बारिश और ओले के सिस्टम की एक्टिविटी कमजोर पड़ गई है। इस कारण भोपाल, इंदौर और उज्जैन में बादल छाए रहेंगे। पहले इन जगह ओलावृष्टि की संभावना थी। अप्रैल के पहले सप्ताह फिर से पश्चिमी विक्षोभ की एक्टिविटी बढ़ सकती है।
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हो गया है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में बादल छाए जाएंगे। ग्वालियर-चंबल में स्ट्रॉन्ग दिख रहा था, लेकिन यहां भी कमजोर पड़ गया है। रविवार को जबलपुर समेत सिवनी, मंडला, बालाघाट, शहडोल में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। 1 अप्रैल से नया सिस्टम बन रहा है, लेकिन कितना स्ट्रॉन्ग होगा, यह आने वाले दिनों में पता चलेगा। हालांकि, इस बीच तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी।
राजस्थान के ऊपर चक्रवात बनने और श्रीलंका से नॉर्थ मध्यप्रदेश की तरफ ट्रफ लाइन आने के कारण 24 मार्च से मौसम बदल गया। मुरैना, जबलपुर और सागर में पहले दिन बूंदाबांदी हुई। वहीं, ग्वालियर-अनूपपुर में बौंछारें गिरीं।
26 मार्च को भोपाल संभाग के जिलों और नर्मदापुरम में ओलावृष्टि के आसार थे। आकाशीय बिजली भी गिरने की संभावना रही। रीवा, सागर, चंबल संभाग के साथ ग्वालियर-दतिया में तेज आंधी के साथ बारिश होने की संभावना बताई गई थी। शहडोल-जबलपुर संभाग में ओलावृष्टि के साथ तेज आंधी चलने के आसार थे। इन जिलों में मौसम तो बदला रहेगा, लेकिन तेज आंधी और ओलावृष्टि की संभावना कम ही है।
भोपाल में रविवार को बादल छाए रहेंगे, लेकिन 27 और 28 मार्च को तेज गर्मी पडऩे के आसार है। इससे दिन का तापमान 35 डग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, रात में तापमान 19-20 डिग्री के आसपास रहेगा। हालांकि, शनिवार को कई शहरों में तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।