राजनांदगांव :  कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में विश्व उच्चरक्तचाप दिवस के अवसर पर जिले में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन के निर्देशन में विश्व उच्चरक्तचाप दिवस पर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर एवं कलेक्टोरेट परिसर, एसडीएम कार्यालय एवं जनपद पंचायतों में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जहां बड़ी संख्या में नागरिकों ने उच्चरक्तचाप एवं मधुमेह की जांच कराई। जिले में आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में 3863 नागरिकोंं का उच्चरक्तचाप एवं मधुमेह का जांच की गई। जांच में 346 उच्चरक्तचाप एवं 180 मधुमेह के मरीज पाये गए। जिन्हें उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में नि:शुल्क जांच एवं उपचार कराने की सलाह दी गई। साथ ही नागरिकों को उच्चरक्तचाप एवं मधुमेह से संबंधित बीमारियों के रोकथाम के लिए स्वस्थ्य जीवन शैली अपनाने लिए जागरूक किया गया।
    जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. भूमिका वर्मा ने बताया कि विश्व उच्चरक्तचाप दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाकर नि:शुल्क उच्चरक्तचाप एवं मधुमेह की जांच की गई। मरीजों को नि:शुल्क दवाईयों का भी वितरण किया गया। उच्च रक्तचाप मिलने पर मरीजों को वजन संतुलित रखने, चिकित्सकीय सलाह के अनुसार दवाई लेने, शारीरिक गतिविधियों में वृद्धि, शराब एवं तम्बाकू सेवन नहीं करने, संतुलित आहार, फल व सब्जियों का भरपूर सेवन करने, तनाव से बचने, रक्तचाप की नियमित जांच कराने एवं तेल, घी एवं नमक का सेवन कम करने की सलाह दी गई। मधुमेह के मरीजों को प्राथमिक रोकथाम के लिए शरीर के वजन को सामान्य बनाये रखने, पोषण तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन करने, नियमित व्यायाम करने, तम्बाकू और शराब का सेवन नहीं करने की सलाह दी गई। इसी तरह विशिष्ट रोकथाम के लिए रक्तचाप को स्थिर बनायें रखने, रक्त शर्करा का स्तर बनाये रखने, आदर्श वजन बनाये रखने, आंख व पैरों की जांच नियमित रूप से करने की सलाह दी गई। उन्होंने बताया कि परिवार के किसी सदस्य को उच्च रक्तचाप, अधिक वजन या मोटापा, शराब का अत्यधिक सेवन, गुरदे की बीमारी, तनाव के कारण, अत्यधिक नमक का सेवन उच्च रक्तचाप के कारण हो सकते है। इसी तरह जल्दी-जल्दी पेशाब आना, वजन घटना, प्यास बहुत ज्यादा लगना, कमजोर अथवा थकान होना मधुमेह के लक्षण है। अपने रक्तचाप व रक्त में शर्करा की जांच अपने निकट के चिकित्सा सुविधा केन्द्र में जरूर कराते रहें। मधुमेह बीमारी प्रमाणित होने पर नियमित दवाई लेने के साथ नियमित दिनचर्या का पालन जरूर करें। रक्त में शर्करा की मात्रा कम करने, इन्सुलिन के स्तर में सुधार, मधुमेह रोग का अच्छा नियंत्रण एवं हृदय संबंधी रोगों से बचाव के लिए नियमित योग व्यायाम  जरूर करे।