छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के भारत माता चौक के पास गुढ़ियारी, रायपुर स्थित केंद्रीय भंडार में शुक्रवार को दोपहर के समय भीषण आग लग जाने से अफरा-तफरी मच गई। आग की तेज लपटें उठने के साथ ही रह-रहकर धमाके की आवाज ने रहवासियों को दहला दिया। पूरे दिन आसमान में चारों तरफ धुआं-धुआं नजर आने लगा। इस भीषण अग्निकांड में चार हजार ट्रांसफार्मर, पावर आइल, केबल, मीटर, कंडक्टर और इलेक्ट्रिक सामान जलकर पूरी तरह से खाक हो गए।

इससे बिजली कंपनी को 80 करोड़ से अधिक का नुकसान होने की संभावना है। केंद्रीय भंडार गृह में आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस बल ने बिजली कंपनी के दफ्तर और गोदाम से लगे तीन किलोमीटर तक पूरे रास्ते को खाली कराकर बंद कराया, ताकि किसी को परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके अलावा आसपास के घरों को भी एहतियातन खाली करवाया गया। मौके पर 40 से अधिक दमकल गाड़ियां आग बुझाने में जुटी रहीं। आग कैसे लगी, यह पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है।

कहा जा रहा है कि गोदाम के पीछे तरफ झाड़ियों में लगी आग ने फैलते हुए खुले में रखे ट्रांसफार्मरों को अपनी चपेट में ले लिया। वहीं बड़े-बड़े कंटनेर में रखे पावर आइल ने आग में घी डालने जैसा काम किया। हालांकि शार्ट सर्किट से भी आग लगने की बात कही जा रही है। दो साल पहले भी इस स्टोर में आग लगी थी, लेकिन आग फैलने से पहले बुझा ली गई थी। इस संबंध में स्टोर के प्रभारी अधीक्षण यंत्री संजीव सिंह से बात करने कई पर फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

ट्रांसफार्मर फटने की आवाज से दहले लोग

खुले गोदाम में आग लगने के तुरंत बाद बम की तरह हजारों ट्रांसफार्मर फटने की आवाज सुनकर आसपास के रहवासी दहल गए। सूचना मिलते ही कलेक्टर डा.गौरव सिंह, एसएसपी संतोष सिंह, एडीएम देवेंद्र पटेल, अपर कलेक्टर कीर्तिमान सिंह राठौर समेत पुलिस और प्रशासनिक अमले ने मोर्चा संभाला। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मौके पर पहुंचने के लिए कहा, जिसके बाद देर रात तक आग पर काबू पाने की कोशिश में पूरा अमला जुटा रहा। रात को पावर कंपनी के अध्यक्ष पी.दयानंद, एमडी राजेश कुमार शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर अधिकारियों से अग्निकांड की पूरी जानकारी ली।

भयावह था पूरा नजारा, भावुक होकर रोने लगी महिला

पुलिस और प्रशासन ने लपटें बढ़ते देखकर लोगों को घरों खाली करने की अपील की तो एक महिला भावुक होकर रोने लगी, क्योंकि भीषण आग की वजह से उसे अपना घर छोड़ना पड़ रहा था, लेकिन अपने आशियाने को छोड़ना उसकी मजबूरी थी। ऐसे हालात में पुलिस प्रशासन भी ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था। सब लोगों की जान बचाने का एक ही तरीका था कि जितनी जल्दी हो सके, सभी को सुरक्षित वहां से निकाल लिया जाए।

सब स्टेशन की तरफ आग पहुंचने से दहशत

आसपास की बस्तियों की तरफ लपटे उठते देखकर घरों को खाली कराया गया। पास में स्थित सब स्टेशन की तरफ आग बढ़ने के खतरे को भांपकर दमकल की गाड़ियों ने कई फेरे लगाकर आग को बुझाने की कोशिश की।

पूरी टीम को लगा दिया गया

बिजली विभाग के अध्यक्ष ने कहा कि जैसे ही आग लगने की खबर मिली, पूरे प्रशासन की टीम को लगा दिया गया था। आग पर लगभग काबू पाया जा चुका है। हम लगातार मौके पर डटे हुए हैं। किसी तरीके से अनहोनी न हो, इसका डर था, लेकिन सब कुछ संभल गया। किसी तरीके से अनहोनी नहीं हुई है।

एयरपोर्ट से पहुंचा फायर ब्रिगेड

आग बुझाने के लिए एयरपोर्ट के फायर ब्रिगेड (मेड इन आस्ट्रेलिया) को भी बुलाया गया। इस आधुनिक गाड़ी की कीमत पांच करोड रुपये है। पानी की क्षमता और बौछार करने की दूरी दूसरे फायर ब्रिगेड से ज्यादा है। इसके अलावा भिलाई स्टील प्लांट की भी फायर टीम मौके पर डटी रही।