भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी अलीगढ़ यूनिवर्सिटी पहुंचे। वहां उन्होंने छात्राओं से मुलाकात की। उन्होंने महिलाओं से शिक्षा, हक और अभिव्यक्ति जैसे मुद्दों पर छात्राओं से बातचीत की।यूनिवर्सिटी में एक छात्रा ने राहुल गांधी से पूछा कि अगर वह भविष्य में देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो ऐसे में महिलाओं के हिजाब पहनने को लेकर उनकी क्या राय है।इस सवाल का जवाब देते हुए  कांग्रेस नेता ने कहा कि मेरा मानना है कि महिलाएं जो भी पहनना चाहती हैं, वो पहनने का उनका पूरा अधिकार है। ये पूरी तरह से महिलाओं पर निर्भर करता है कि वे क्या पहनना चाहती हैं।राहुल ने कहा कि मेरी राय है कि महिलाएं क्या पहनती हैं, ये उनकी जिम्मेदारी है। उन्हें क्या पहनना है या क्या नहीं पहनना है, ये उनका फैसला है।  मुझे नहीं लगता कि किसी और को ये तय करना चाहिए कि आप क्या पहनेंगे।

राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को लेकर जब राहुल गांधी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, राजनीति और बिजनेस में महिलाओं का प्रतिनिधित्व पूरी तरह से नहीं दिखता है। सभी राजनीतिक दलों को सोचना होगा कि वे ज्यादा से ज्यादा महिला उम्मीदवारों को मौका दें।बता दें कि उत्तर-प्रदेश में राहुल गांधी और अखिलेश यादव एक साथ न्याय यात्रा में शामिल हुए। राहुल गांधी ने कहा कि देश में अन्याय का दौर चल रहा है। इसलिए अपनी यात्रा के साथ न्याय जोड़ा है। अब तो अखिलेश भी हमारे साथ हैं। हमारा गठबंधन केंद्र से नरेंद्र मोदी की सरकार को उखाड़ फेकेंगा।वहीं, अखिलेश यादव ने कहा, हम और राहुल नफरत को मिटाने का संदेश लेकर निकले हैं। वर्तमान में देश संकट में है। अखिलेश ने भाजपा हटाओ, देश को बचाओ और संकट मिटाओ का नारा दिया। यमुना किनारा से माल रोड पर यह यात्रा से अलग हो गए। यहां से यात्रा सैंया के तेहरा गांव के लिए रवाना हुई।