भोपाल ।   केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ग्वालियर-चंबल अंचल में लोकसभा की तैयारी को लेकर अहम बैठक की। इस दौरान बैठक में अमित शाह ने कहा कि हर बूथ को कांग्रेस मुक्त बूथ बनाना है। कांग्रेस अब बची नहीं है, इसलिए उनका हर कार्यकर्ता निराश और हताश है। ऐसे कार्यकर्ताओं को जोड़ने का काम किया जाए। शाह ने चुटकी लेते हुए कहा कि आप उनको जोड़ेंगे तो वे आपके अधिकार नहीं लेंगे। आप पार्टी में सालों से काम कर रहे हैं, वे यहां आकर कुछ नहीं लेंगे। बड़े कांग्रेस नेताओं की जिम्मेदारी भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़िए। उन्होंने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव पर दुनिया की नजर है, हमने पिछले दस साल में देश को सुरक्षित भी किया है।

वहीं, बैठक में अमित शाह ने कहा है कि बूथ लेवल के कांग्रेस के कार्यक्रताओं को तोड़कर भाजपा में शामिल कराओ, ताकि वहां बस्ता न उठाने वाला न मिले। आप लोग इसकी चिंता मत करो। हमारी पार्टी का हाजमा बहुत अच्छा है, सब कुछ पचाया जा सकता है। वहीं, बैठक के दौरान अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से पूछा कि ऐसे कितने लोग हैं, जो 15-15 साल से पार्टी में काम कर रहे हैं तो कुछ लोगों ने हाथ उठाया। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि इतने साल में आपको हम कुछ नहीं दे पाए तो कांग्रेस से आने वाले नेताओं को क्या मिलेगा। इसलिए आप चिंता न करें, आप एक पार्टी के ईमानदार नेता हैं और आपको पार्टी हमेशा आगे रखेगी। वहीं, बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान अमित शाह ने चारों लोकसभा कलस्टर प्रभारी को एक-एक करके पूछा, आपके कलस्टर में कितने सेक्टर हैं और कितने लोग काम करते हैं तो इसका जवाब कोई नहीं दे पाया।

उन्होंने पार्टी के निर्धारित 24 बिंदुओं पर हर बूथ पर फोकस करने को कहा, जिनमें नव मतदाता सम्मेलन करना, दिव्यांग और बुजुर्गों से संपर्क, स्व सहायता समूहों की बैठक और दीवार लेखन। उन्होंने नव मतदाताओं पर सबसे ज्यादा फोकस करने की बात कही। शाह ने कहा, नए वोटर, दिव्यांग और बुजुर्ग हमारे फिक्स वोटर हैं और हमें उन पर ध्यान देना होगा। बूथ को इकाई मानेंगे तो हमें प्रचंड बहुमत मिलेगा। बता दें, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मध्यप्रदेश में भाजपा ने अपनी संगठनात्मक पकड़ मजबूत करना शुरू कर दिया है। अमित शाह ने ग्वालियर में ग्वालियर-चंबल क्लस्टर की चार लोकसभा सीट (ग्वालियर, भिंड, मुरैना, गुना) के पदाधिकारियों, प्रबंध समिति, कोर समिति, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, संगठन प्रभारी, जिला प्रभारियों सहित हर लोकसभा क्षेत्र से 100 के हिसाब से लगभग 400 नेता-कार्यकर्ताओं से संवाद किया। गृहमंत्री शाह शहर में ढाई घंटे रुके। इस दौरान शहर हाई सिक्युरिटी जोन में बदल गया और दो हजार जवान व अफसर सुरक्षा की कमान संभाले रहे।