नई दिल्‍ली । नकदी की कमी को दूर करने के ‎लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने आज पहली बार एक दिन में दो ओवरनाइट वैरिएबल रेट रिवर्स रीपो (वीआरआरआर) की नीलामी की। इसका उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में नकदी की कमी को कम करना था। बता दें ‎कि बीते चार महीनों से नकदी की तंगी व्यापक रूप से बनी हुई थी। मार्कैट के साझेदारों ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने दिन में बैंकों को कोष जारी किए जाने के कारण वीआरआरआर की दूसरी नीलामी की। केंद्रीय बैंक बुधवार को 50,000 करोड़ रुपये की अन्य वीआरआरआर  नीलामी भी करेगा। हालां‎कि पहली नीलामी को कम मांग प्राप्त हई। इसमें बैंकों ने 75,000 करोड़ रुपये की अधिसूचना पर 27,538 करोड़ रुपये जमा कराए। जब‎कि दूसरी नीलामी में अच्छी मांग रही। ‎मिली जानकारी के अनुसार बैंकों ने दूसरी नीलामी में 41,804 करोड़ रुपये जमा कराए जबकि अधिसूचित राशि 50,000 करोड़ रुपये थी। बैंकों ने भारित औसत दर 6.49 प्रतिशत पर कोष जमा कराया है। 
इस मामले में सरकारी बैंक के एक डीलर ने बताया ‎कि भारतीय रिजर्व बैंक को यह जरूर जानकारी होगी कि बैंकों को इस दिन फंड हासिल होने वाला है। इसलिए रिजर्व बैंक ने दूसरी नीलामी की थी। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को बैंकिंग प्रणाली में नकदी की कमी 1.21 लाख करोड़ रुपये थी। हालांकि कर की अदायगी किए जाने के कारण 24 जनवरी को नकदी की कमी रिकॉर्ड स्तर 3.46 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी। ले‎किन जानकार बता रहे हैं ‎कि इस सप्ताह के दौरान नकदी की कमी 1.50 लाख करोड़ रुपये से कम रहने की उम्मीद है। क्यों‎कि अगले सप्ताह से कर जमा किए जाने के कारण नकदी का अंतर फिर बढ़ सकता है। इसके ‎लिए सरकार करीब 4 लाख करोड़ रुपये का संचयन कर रही है। यह रा‎शि मार्च के अंत तक खर्च ‎किए जाने की उम्मीद है।