भोपाल । भाजपा के हारे हुए प्रत्याशियों ने अपने विधानसभा क्षेत्र की रिपोर्ट बनाकर प्रदेश संगठन को सौंपी हैं। भाजपा भितरघातियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर है। वहीं जिन सीटों पर भाजपा को बड़े अंतर से हार मिली है, वहां भाजपा लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत से जुटेगी। जिन सीटों पर कम अंतर से हार मिली है, वहां के प्रत्याशियों को पार्टी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देगी। हार के कारणों पर मंथन के बाद भितरघात करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ कल हुई बैठक के बाद राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने हारे हुए प्रत्याशियों के साथ बैठक की। इसमें प्रत्याशियों से हार के कारण और भितरघात को लेकर भी बात हुई।
 छिंदवाड़ा के हारे हुए प्रत्याशियों ने भितरघात करने वालों की सूची भी संगठन को सौंपी है। पार्टी ने तय किया है कि हारे हुए प्रत्याशियों को लोकसभा चुनाव का प्रभारी बनाकर विधानसभावार जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। लोकसभा चुनाव के बाद भी वे प्रभारी की भूमिका में रहेंगे। बैठक के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि भाजपा हमेशा से जीत और हार दोनों की समीक्षा करती है। विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक प्रचंड बहुमत की जीत के बाद हमारे ऐसे प्रत्याशी जिन्हें सफलता नहीं मिल सकी, उन सभी के साथ बैठक की है। विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कई कार्यकर्ता (प्रत्याशी) तो ऐसे हैं जो 600, 500 और 145 वोटों से भी हारे हैं। कुछ विधानसभा सीटों पर हम बहुत कम मतों से पीछे रह गए। ऐसे प्रत्याशी आगामी कार्ययोजना के साथ लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जुटेंगे। विकसित भारत संकल्प यात्रा को सभी विधानसभा क्षेत्रों में यशस्वी बनाना, यात्रा के माध्यम से गरीब कल्याण के कार्य को ताकत देने का काम करेंगे। हारे हुए प्रत्याशी, संगठन के साथ मिलकर विकसित भारत एंबेसेडर बनाएंगे।