उज्जैन ।    भादौ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर बुधवार को श्री महाकाल मंदिर, सांदीपनि आश्रम और गोपाल मंदिर में शैव मत की परंपरा अनुसार जन्माष्टमी मनाई गई। मध्य रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म के बाद महाआरती की गई। इन मंदिरों में गुरुवार को नंद महोत्सव मनाया जाएगा।

सांदीपनि आश्रम में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर भुट्टे, ककड़ी और नींबू से आकर्षक सज्जा की गई थी। भगवान को महिला मंडल द्वारा तैयार की गई मखमल की आकर्षक पोशाक धारण कराई गई। रात 11 बजे पं.रूपम व्यास के आचार्यत्व में भगवान का महाभिषेक कर पूजा अर्चना की गई। रात 12 बजे जन्म आरती हुई। गुरुवार को नंद उत्सव में भगवान को पालने में झुलाया जाएगा। भक्तों को पंजेरी महाप्रसादी का वितरण होगा।

आतिशबाजी की गई

इधर सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट के प्रसिद्ध गोपाल मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव भव्य रूप से मनाया गया। शाम 6 बजे से भगवान द्वारकाधीश का पंचामृत अभिषेक पूजन कर दिव्य श्रृंगार किया गया। मध्य रात्रि 12 बजे महाआरती के बाद रंगारंग आतिशबाजी की गई। गुरुवार को नंद महोत्सव मनाया जाएगा। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में संध्या आरती में नैवेद्य कक्ष में विराजित बाल गोपाल की पूजा अर्चना की गई।

इन मंदिरों में वैष्णव मत के अनुसार मनेगी जन्माष्टमी

शहर के वैष्णव मंदिरों में गुरुवार को वैष्णव मत के अनुसार जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इन मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर भव्य तैयारी की जा रही है। दिनभर विभिन्न धार्मिक आयोजन होंगे। मध्य रात्रि 12 बजे जन्म आरती होगी। कृष्ण जन्म के अवसर पर इन मंदिरों में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है।

भरतपुरी स्थित इस्कान मंदिर में सुबह 7 बजे श्रीमद् भागवत कथा पर प्रवचन होंगे। सुबह 8 बजे गुरु पूजा और दिनभर भजन कीर्तन होंगे। जन्मोत्सव पर भगवान को विशेष पोशाक धारण कराई जाएगी। रात 10.30 बजे से महाभिषेक होगा। रात 12 बजे महाआरती होगी। पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया शुक्रवार को इस्कान के संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपादजी का जन्मोत्सव नंद उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।

कृष्ण जन्म के बाद फूटेगी माखन मटकी

रामानुज संप्रदाय के प्रसिद्ध रामानुज कोट में गुरुवार को सूर्योदय के समय अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र की साक्षी होने से जन्माष्टमी मनाई जाएगी। प्रबंधक पं.आत्माराम शर्मा ने बताया रामानुज कोट में नक्षत्र की मान्यता से जन्माष्टमी मनाई जाती है। गुरुवार को उदयकाल में रोहिणी नक्षत्र होने से इस दिन उत्सव मनाया जाएगा। रात 8 बजे आश्रम के वेदपाठी बटुक विष्णु व गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करेंगे। रात 10 बजे से संकीर्तन होगा। रात 12 बजे आश्रम पीठाधीश्वर स्वामी रंगनाथाचार्यजी और युवराज स्वामी माधव प्रपन्नाचार्यजी महाराज द्वारा भगवान का अभिषेक पूजन कर जन्म आरती की जाएगी। इसके बाद आश्रम परिसर में बटुक माखन मटकी फोड़ेंगे।

चारधाम आश्रम में रात 8 बजे से धार्मिक आयोजन

चारधाम आश्रम स्थित श्री द्वारकाधीश मंदिर में गुरुवार रात 8 बजे विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ जन्माष्टमी उत्सव की शुरुआत होगी। पं. राम लखन शर्मा ने बताया आश्रम पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी शांतिस्वरूपानंदजी महाराज के सानिध्य में रात 10 बजे से भगवान का महाभिषेक किया जाएगा। रात 12 बजे महाआरती होगी। पश्चात महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। आश्रम के वेदपाठी माखन मटकी फोड़ेंगे।

नारायणा धाम में ब्रह्म मुहूर्त में महाभिषेक होगा

भगवान श्रीकृष्ण सुदामा के मैत्री स्थल ग्राम नारायणा में गुरुवार तड़के 4 बजे ब्रह्म मुहूर्त में भगवान श्रीकृष्ण का महाभिषेक पूजन होगा। श्रृंगार के बाद भगवान को चने व चाल से मिश्रित मिष्ठान का भोग लगाकर प्रात:कालीन आरती की जाएगी। भक्तों को फलाहारी खीर प्रसादी का वितरण होगा। रात 12 बजे जन्म आरती के बाद भक्तों के लिए भंडारा महाप्रसादी का आयोजन किया जाएगा