नई दिल्ली । एक देश-एक चुनाव के मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गई है।  इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर लिखा- इंडिया यानी भारत, यह राज्यों का संघ है। वन नेशन-वन इलेक्शन का आइडिया संघ और राज्यों पर हमला है।
वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक देश-एक चुनाव को भाजपा की साजिश बताया। ये भी कहा कि वो (भाजपा सरकार) कहते हैं कि इससे चुनावी खर्च में कमी आएगी, लेकिन इससे पहले वे अपना भ्रष्टाचार रोकें। केंद्र ने पूर्व राष्ट्रपति को कमेटी का अध्यक्ष बनाया है। उन्हें इससे राजनीति को दूर रखना चाहिए। जो कमेटी बनाई गई है, वो भाजपा की बात को ही फॉलो करेगी। यह तानाशाही है। वे इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (इंडिया) से डर गए हैं।
वहीं, कांग्रेस ने इस समिति को संसदीय लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश बताया। शनिवार रात अधीर रंजन चौधरी ने कमेटी में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि नतीजे पहले से ही तय हैं। कमेटी में नाम आने के बाद अधीर रंजन ने गृहमंत्री अमित शाह को लेटर लिखा। उन्होंने कहा कि मैं इस समिति में काम नहीं करूंगा। इसका गठन ऐसे किया गया है कि नतीजे पहले से तय हो सकें। आम चुनाव से पहले ऐसी समिति सरकार के गुप्त मंसूबों की ओर इशारा करती है, जिसमें संवैधानिक रूप से एक संदिग्ध व्यवस्था को लागू करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े को शामिल नहीं करना संसदीय लोकतंत्र का अपमान है।