भोपाल ।   एशिया के सबसे बड़े साहित्य उत्सव उन्मेष और लोक व जनजातीय अभिव्यक्तियों के कला उत्सव उत्कर्ष का शुभारंभ गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दोपहर 12 बजे करेंगी। आयोजन शुभारंभ की पूर्व संध्या पर देशभर के कलाकारों ने शहर में कला यात्रा निकाली। यह यात्रा रवींद्र भवन से रोशनपुरा होते हुए वापस रवींद्र भवन पर सम्पन्न हुई। इस दौरान करीब 900 कलाकारों ने करतब दिखाए और देश की सतरंगी संस्कृति की झलक पेश किया। भव्य उद्घाटन सत्र में रवींद्र सभागम के हंसध्वनि सभागार में देश भर के करीब 900 कलाकार राष्ट्रपति के समक्ष अपनी कला की झलक दिखाएंगे। इस मौके पर मप्र के राज्यपाल मंगु भाई पटेल, केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई राज्यों के राज्यपाल भी उपस्थित रहेंगे।

इधर उन्मेष और उत्कर्ष को लेकर बुधवार को कलाकारों ने रवींद्र सभागम में रिहर्सल की और तैयारियों को अंतिम रूप दिया। यह पहला मौका है जब भोपाल में कला और साहित्य का इतना बड़ा उत्सव हो रहा है। गत वर्ष से शुरू हुए रवींद्र सभागम में ऐसा पहली बार होगा, जबकि सभी सभागारों में अलग-अलग समांतर सत्र चार दिन तक चलेंगे।

75 से अधिक सत्रों में 575 से अधिक लेखक

उन्मेष में 75 से अधिक सत्रों में 575 से अधिक लेखक भागीदारी करेंगे। इसमें तीन राज्यों के राज्यपाल और 13 विदेशी भाषाओं के लेखक भी होंगे।चिकित्सकों का साहित्य, सागर साहित्य जैसे नए विषयों पर विमर्श होगा। इसके अंतर्गत बहुभाषी कविता पाठ, लेखन पाठ, आदिवासी कवि सम्मेलन, साहित्य के विषयों पर परिचर्चा, आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता पाठ और साहित्य के उत्थान संबंधी विभिन्न विषयों पर प्रबुद्धजनों द्वारा विमर्श किया जाएगा। इसके साथ ही "पुस्तक मेला" में साहित्य अकादमी और अन्य प्रकाशकों की