पटना  । भारतीय जनता पार्टी  के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में वापसी को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का दावा उनकी निजी राय है, लेकिन बीजेपी ने बिहार के सीएम के लिए अपने सभी दरवाजे बंद कर दिए हैं।
सुशील मोदी ने कहा, रामदास आठवले न तो बीजेपी के प्रवक्ता हैं और न ही एनडीए के प्रवक्ता हैं। वे एक पार्टी के नेता हैं और केंद्रीय मंत्री हैं, इसलिए यह उनकी निजी राय होगी लेकिन बीजेपी ने अपने सभी दरवाजे बंद कर लिए हैं। “ सुशील मोदी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार आना भी चाहें तो वे उनका स्वागत नहीं करेंगे।
सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को बोझ बताया और कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री की वोट ट्रांसफर करने की क्षमता खत्म हो गई है।
बीजेपी नेता ने कहा, वह एक बोझ बन गए हैं, मुझे संदेह है कि आरजेडी उन्हें लंबे समय तक सहन कर पाएगी। वोट ट्रांसफर करने की उनकी क्षमता समाप्त हो गई है। पिछले विधानसभा चुनाव में यह देखा गया था कि अगर नरेंद्र मोदी नहीं आते तो वे (नीतीश कुमार) 44 सीटें नहीं जीत पाते। उन्होंने कहा कि, राजनीति में, यदि आपके पास वोटों की ताकत है तो आप महत्वपूर्ण है, अन्यथा आपका कोई महत्व नहीं है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को दावा किया था कि नीतीश कुमार कभी भी भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में लौट सकते हैं। बिहार के मुख्यमंत्री की राज्य में अच्छे काम के लिए प्रशंसा करते हुए रामदास आठवले ने मुंबई में विपक्ष की अगली बैठक के भी विफल होने की बात कहते हुए नीतीश कुमार से इसमें शामिल नहीं होने के लिए कहा।